अमेरिकी उपराष्ट्रपति वेंस के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेगा किसान संगठन

देश भर में अपनी सभी इकाइयों से प्रदर्शन का आह्वान

नयी दिल्ली : ऑल इंडिया किसान सभा (एआईकेएस) ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह अमेरिकी उपराष्ट्रपति जे डी वेंस की आगामी भारत यात्रा के खिलाफ बड़े पैमाने पर प्रदर्शन करेगी।

एआईकेएस ने एक बयान में देश भर में अपनी सभी इकाइयों से आह्वान किया कि वे 21 अप्रैल को बड़े पैमाने पर प्रदर्शन करें, अमेरिकी उपराष्ट्रपति के पुतले जलाएं और गांवों और जिला मुख्यालयों में ”वैंस वापस जाओ! भारत बिकाऊ नहीं है” का नारा बुलंद करें। वेंस के 21 अप्रैल तक भारत आने की संभावना है।

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) की किसान शाखा ने कहा कि अमेरिकी वाणिज्य मंत्री हॉवर्ड लुटनिक का यह कहना कि ”भारत को अपना कृषि बाजार खोलना चाहिए तथा द्विपक्षीय व्यापार समझौते के लिए वार्ता में कृषि को बाहर नहीं रखा जा सकता” इस बात को भारतीय नेताओं के साथ वेंस की मुलाकात के दौरान उठाया जाना चाहिए।

एआईकेएस ने कहा, ‘‘ चर्चा के अंतर्गत द्विपक्षीय व्यापार समझौता डेयरी किसानों के लिए मौत की घंटी साबित होगा, क्योंकि यदि टैरिफ और बाजार प्रतिबंध हटा दिए गए तो भारत को अमेरिकी डेयरी निर्यात में भारी उछाल आएगा। ‘

अमेरिकी वीट एसोसिएट्स’ का दावा है कि भारत में घरेलू समर्थन का स्तर ऊंचा है और व्यापार को विकृत करने वाले ऊंचे शुल्क हैं। विडंबना यह है कि यह तब है जब भारत में किसान कानूनी रूप से गारंटीकृत खरीद के साथ लाभकारी न्यूनतम समर्थन मूल्य के लिए संघर्ष कर रहे हैं। ’’

किसान संगठन ने कहा कि भारत-अमेरिका के बीच चल रही व्यापार वार्ता एक जानबूझकर उठाया गया कदम है, ताकि अमेरिका से सस्ते कपास, सोयाबीन, मक्का, सेब आदि को भारत में निर्यात किया जा सके। उसने चेतावनी दी कि इससे भारतीय किसानों के लिए कीमतों में भारी गिरावट आएगी।

एआईकेएस ने आरोप लगाया, ‘‘सभी वार्ताएं राज्य सरकारों या संसद को विश्वास में लिए बिना की जा रही हैं। ऐसे समझौते अंतरराष्ट्रीय श्रम मानकों के क्रियान्वयन का आश्वासन भी नहीं देते। ’’

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