120 करोड़ मोबाइल यूजर्स को बड़ा झटका

रिचार्ज प्लान 20% तक महंगे! टेलीकॉम कंपनियों का बड़ा फैसला

नई दिल्ली : अगर आप भी हर महीने मोबाइल रिचार्ज कराने से पहले प्लान देखकर बारीकी से सोचते हैं, तो ये खबर आपको अलर्ट कर सकती है। देश में 120 करोड़ से अधिक मोबाइल यूज़र्स को जल्द ही एक और झटका लग सकता है, क्योंकि टेलीकॉम कंपनियां इस साल के अंत तक रिचार्ज दरों में 10% से 20% तक की बढ़ोतरी करने की तैयारी कर रही हैं।

छोटे-छोटे रिचार्ज अब लगेंगे भारी
मनी कंट्रोल की एक ताजा रिपोर्ट के अनुसार, टेलीकॉम सेक्टर के जानकारों का कहना है कि कंपनियां इंफ्रास्ट्रक्चर में भारी निवेश, स्पेक्ट्रम और लाइसेंस फीस जैसे खर्चों के चलते आमदनी बढ़ाने के लिए टैरिफ हाइक का सहारा ले रही हैं। ये 6 सालों में चौथी बार होगा जब मोबाइल प्लान्स की कीमतें बढ़ेंगी।

ARPU बढ़ाने की हो रही है कोशिश
विशेषज्ञों का कहना है कि नवंबर-दिसंबर के बीच रिचार्ज प्लान्स में 10 से 20 प्रतिशत तक का इज़ाफा देखा जा सकता है। इससे कंपनियों को ARPU (Average Revenue Per User) में बढ़त मिलेगी, जो उनकी आमदनी का सीधा संकेतक है। Airtel और Jio जैसी दिग्गज कंपनियों को इससे फायदा मिल सकता है, खासकर 2025 से 2027 के बीच।

नेटवर्क विस्तार और 5G लॉन्च बना वजह
Vodafone-Idea की हालत पहले से ही डगमगाई हुई है। 4G और 5G नेटवर्क को अपग्रेड करने के लिए उन्हें बड़ी रकम की ज़रूरत है। यही कारण है कि विशेषज्ञ मानते हैं कि कंपनी को अपने प्लान्स की कीमत में तुरंत इज़ाफा करना चाहिए ताकि रेवेन्यू गैप को भरकर तकनीकी विस्तार में तेजी लाई जा सके।

सरकार से भी मिल रहा सपोर्ट, फिर भी दरें सबसे सस्ती
हालांकि, सरकार ने टेलीकॉम कंपनियों को स्पेक्ट्रम पेमेंट, ब्याज में राहत और इक्विटी कन्वर्जन जैसे कई उपायों के जरिए मदद दी है। इसके बावजूद भारत में मोबाइल प्लान्स की दरें अब भी दुनिया के कई देशों के मुकाबले बेहद कम हैं। Ambit जैसी ब्रोक्रेज फर्म का अनुमान है कि दिसंबर 2025 तक 15% तक की बढ़ोतरी संभव है। और आने वाले वर्षों में ये ट्रेंड जारी रह सकता है।

ग्राहकों पर क्या होगा असर?
-रिचार्ज महंगे हो सकते हैं, इसलिए प्लान का चयन सोच-समझकर करें।
-लंबी वैधता वाले प्लान्स में निवेश करना फिलहाल फायदेमंद हो सकता है।
-टेलीकॉम कंपनियां अगले कुछ वर्षों में और भी बार कीमतें बढ़ा सकती हैं।

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