कांवड़ यात्रा मार्ग पर भंडारों के भोजन की भी होगी जांच

गुणवत्ता खराब मिलने पर स्टॉल तत्काल हटवाया

लखनऊ: कांवड़ यात्रा वाले मार्गों और धार्मिक स्थलों पर लगने वाले भंडारों में भी खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता परखी जाएगी। गुणवत्ता खराब मिलने पर स्टॉल तत्काल हटवाया जाएगा। यह व्यवस्था स्वयंसेवी संगठनों की ओर से लगाए जाने वाले भंडारों पर भी लागू होगी।

आयुक्त राजेश कुमार की ओर से सभी सहायक आयुक्तों एवं खाद्य सुरक्षा निरीक्षकों को भेजे गए निर्देश में कहा गया है कि कांवड़ यात्रा के दौरान निरंतर खाद्य पदार्थों की जांच करनी होगी। कांवड़ यात्रा मार्ग की दुकानों के साथ अब यहां लगने वाले भंड़ारों की गुणवत्ता को लेकर खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग (एफएसडीए) ने गाइडलाइन जारी की है।

हर दिन लिए गए सैंपल के बारे में प्रदेश मुख्यालय को वाकिफ कराना होगा। इस दौरान किसी सामाजिक, धार्मिक संगन, एनजीओ के भंडारे में उपलब्ध कराए जाने वाले खाद्य सामग्रियों की भी जांच की जाएगी। यदि उसकी गुणवत्ता खराब मिली तो तत्काल पंडाल को हटवा दिया जाएगा। इसी तरह व्यवसायिक दृष्टि से लगाए गए पंडाल की भी जांच के बाद भौतिक सत्यापन किया जाएगा। गड़बड़ी मिलने पर खाद्य सामग्री नष्ट कराने के साथ ही पंडाल हटवाया जाएगा।

11 जुलाई से कांवड़ यात्रा
हर साल सावन मास में शुरू होने वाली कांवड़ यात्रा इस बार 11 जुलाई से शुरू होगी। इसमें भक्त गंगाजल लाकर भगवान शिव का जलाभिषेक करते हैं।

बंद रहेंगी मांस व अंडे की दुकानें
आयुक्त ने निर्देश दिया है कि कांवड़ यात्रा मार्ग पर कहीं भी मांस व अंडा की दुकानें नहीं खुलेंगी। यदि किसी भी स्थान पर दुकान खुलने की शिकायत सही पाई गई तो संबंधित इलाके के निरीक्षक के खिलाफ कार्रवाई होगी।

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