कैलाश मानसरोवर यात्रा: घोड़े से गिरकर घायल हुईं पूर्व केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री

पिथौरागढ़ (उत्तराखण्ड) : तिब्बत में घोड़े से गिरकर घायल हुईं पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की वरिष्ठ नेता मीनाक्षी लेखी कैलाश मानसरोवर यात्रा बीच में छोड़कर भारतीय भूभाग में स्थित गुंजी शिविर लौट आई हैं जहां से सोमवार सुबह उन्हें हेलीकॉप्टर के जरिए अस्पताल पहुंचाया जाएगा.
अधिकारियों ने बताया कि कैलाश मानसरोवर तीर्थयात्रा के दूसरे दल में शामिल लेखी तिब्बत में दार्चिनी में घोड़े से गिरकर चोटिल हो गई थीं जिसके बाद उन्हें वहीं से अपनी यात्रा बीच में छोड़कर गुंजी लौटना पड़ा.
पिथौरागढ़ के जिला सूचना अधिकारी संतोष चंद ने कहा, “दार्चिन में घायल श्रद्धालु (लेखी) को चीन के अधिकारियों ने लिपुलेख तक पहुंचाया जहां से भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के कर्मी उन्हें गुंजी शिविर तक ले आए हैं.” दार्चिन वह स्थान हैं जहां से कैलाश पर्वत और मानसरोवर झील की परिक्रमा शुरू होती है.
जिला प्रशासन लेखी को हेलीकॉप्टर से अस्पताल पहुंचाने के लिए मौसम के साफ होने का इंतजार कर रहा था लेकिन ऐसा न होने की स्थिति में अब उन्हें सोमवार सुबह भेजा जाएगा. धारचूला के उपजिलाधिकारी जितेंद्र सिंह ने बताया कि मौसम ठीक न होने के कारण लेखी रात गुंजी में ही बिताएंगी. उन्होंने बताया, “गुंजी में वह आईटीबीपी के चिकित्सकों की निगरानी में हैं. वह सुबह हेलीकॉप्टर के जरिए गुंजी से रवाना होंगी.”
यात्रा पूरी नहीं कर पाएंगी मीनाक्षी लेखी
बीते दिनों पूर्व केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए उत्साह के साथ पिथौरागढ़ पहुंची थी। उन्होंने कहा था कि कैलाश मानसरोवर यात्रा दल में शामिल होना उनके लिए सौभाग्य की बात है। तिब्बत में शिव धाम पहुंचने से पहले ही वह दुर्घटना में घायल हो गईं। सूत्रों के मुताबिक उनके लिए अब आगे की यात्रा कर पाना संभव नहीं है। ऐसे में वह इस बार कैलाश मानसरोवर की यात्रा पूरी नहीं कर पाएंगी।