महिलाओं में तेजी से अपने चपेट में ले रहा फैटी लीबर

आपका स्वास्थ : इन दिनों खराब खानपान और जीवनशैली के कारण लोगों में डायबिटीज और दिल की बीमारियों का खतरा तो बढ़ ही रहा है, साथ ही फैटी लिवर की समस्या भी अब लोगों को तेजी से अपनी चपेट में लेने लगी है. हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक लिवर से जुड़ी इस बीमारी में एक्स्ट्रा फैट जमा हो जाता है और इस स्थिति को हेपेटिक स्टिओटोसिस भी कहा जाता है.

बता दें ये सिर्फ पुरुषों को ही नहीं बल्कि महिलाओं को भी तेजी से अपने चपेट में लेने लगी है. ऐसे में अगर आपको ये लक्षण दिखें तो तुरंत सावधान हो जाएं…

1. पेट में हल्का दर्द- अगर आपको अक्सर पेट में भारीपन, दर्द या खाना खाने के बाद किसी प्रकार की असहजता महसूस होती है, तो यह फैटी लिवर का पहला संकेत हो सकता है। विशेषकर पेट के आसपास की चर्बी फैटी लिवर का एक लक्षण माना जाता है। जो लोग 8 से 10 घंटे तक एक ही पोजीशन में बैठकर काम करते हैं, उनमें इस प्रकार की परेशानी ज्यादा देखी जाती है।

2. अक्सर थकान महसूस होना- सही खानपान, वर्कआउट और योग करने के बावजूद शरीर की एनर्जी में गिरावट होना भी लिवर की खराबी के संकेत को दर्शाता है। बिना किसी काम के अगर आपको थकान, शारीरिक कमजोरी की परेशानी हो रही है, तो फैटी लिवर का एक संकेत हो सकता है। डॉ. सुरिंदर कुमार का कहना है कि अगर आपको लगातार शारीरिक थकान रहती है, तो इस विषय पर डॉक्टर से बात करके मेडिकल टेस्ट जरूर करवाएं।

3. त्वचा का पीला पड़ना- त्वचा का पीला पड़ना भी लिवर की बीमारी का संकेत होता है। हेल्थ एक्सपर्ट का कहना है कि लिवर का एक मुख्य काम होता है बिलीरुबिन नामक पदार्थ को शरीर के मल और मूत्र के जरिए बाहर निकालना। यह पदार्थ मुख्य रूप से शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं के टूटने पर पड़ता है। लेकिन जब लिवर के जरिए बिलीरुबिन नहीं निकल पाता है, तो शरीर में जमा होने लगता है। इसकी वजह से आंख, त्वचा और नाखूनों का रंग पीला पड़ने लगता है। इस स्थिति को मेडिकल भाषा में पीलिया (Jaundice) कहते हैं।

4  मल और मूत्र के रंग में बदलाव – पेशाब का रंग आमतौर पर पानी की तरह होता है। लेकिन अगर पेशाब का रंग हल्के या पीले गाढ़े रंग का हो जाता है, तो यह फैटी लिवर का संकेत हो सकता है। वहीं, मल के रंग में बदलाव आना भी फैटी लिवर के कारण होता है।

5. त्वचा पर खुजली और जलन- लिवर अगर सही तरीके से काम नहीं करता है, तो शरीर से विषाक्त पदार्थ मल और मूत्र के जरिए बाहर नहीं निकल पाते हैं। इसकी वजह से त्वचा पर ज्यादा खुजली, जलन और सूजन की समस्या होती है। अगर आपको त्वचा पर अक्सर खुजली, जलन या सूजन की परेशानी होती है, तो यह फैटी लिवर का एक संकेत है।

इसके अलावा अगर ब्लड में बैड कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ जाती है तो भी ये लिवर पर बुरा असर डालता है और फैट जमा होने लगता है. हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक महिलाओं में मेनोपॉज के समय या पीसीओएस जैसी कंडीशन में हार्मोन गड़बड़ हो जाते हैं और इस वजह से शरीर में फैट जमा होने लगती है. इसका असर लिवर पर भी असर पड़ता है. वहीं क्रैश डाइट या बहुत तेजी से वजन कम करने वाले तरीके भी लिवर पर बुरा असर डालते हैं और इस कारण लिवर फैट की समस्या बढ़ सकती है. साथ ही आज के समय में महिलाएं भी शराब का सेवन ज्यादा करती हैं, इससे भी लिवर को नुकसान पहुंचता है.

समय रहते कर लें बीमारी की पहचान
समय रहते फैटी लिवर की पहचान न की जाए तो इससे आगे चलकर लिवर में सूजन हो सकता है और घाव बन सकते हैं और गंभीर मामलों में लिवर फेल भी हो सकता है. बता दें कि जो महिलाएं मेनोपॉज के बाद की उम्र में हैं और जिन्हें PCOS, मोटापा या डायबिटीज की समस्या है उनमें इसका खतरा ज्यादा होता है.

(यह खबर सामान्य जानकारी पर आधारित है. विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लें. )

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