गंगनहर पटरी पर पुलिस मुठभेड़ में बदमाश को लगी गोली, दूसरा फरार
घायल बदमाश अस्पताल में भर्ती

देहरादून : गंगनहर पटरी पर देर रात कार सवार बदमाशों की पुलिस से मुठभेड़ हो गई। बदमाशों ने पुलिस पर तीन फायर किए। एक गोली पुलिस के वाहन पर लगी जिससे शीशा टूट गया। इस दौरान पुलिसकर्मी बाल-बाल बचा गया। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने बदमाशों पर फायरिंग की जिसमें एक बदमाश के पैर में गोली लगने से वह घायल हो गया। जबकि उसका दूसरा बदमाश खेतों के रास्ते फरार हो गया। पुलिस ने घायल बदमाश को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया।
मंगलौर कोतवाली प्रभारी शांति कुमार गंगवार पुलिस टीम के साथ बुधवार की रात क्षेत्र में गश्त कर रहे थे। इस बीच पुलिस लिब्बरहेड़ी-नसीरपुर के बीच गंगनहर पटरी पर पहुंची तो एक कार तेजी से आती दिखी। पुलिस ने टार्च की रोशनी से कार सवारों को रुकने का इशारा किया, लेकिन चालक ने पुलिस को देख कार की स्पीड और तेज कर ली। साथ ही कार सवार युवकों ने पुलिस टीम पर एक के बाद एक तीन तीन फायर कर दिए। जिसमें एक गोली से पुलिस वाहन के शीशे में लगी। गनीमत रही कि गोली पुलिसकर्मी को नहीं लगी।
गंगवार ने बताया कि रफ्तार तेज होने की वजह से बदमाशों की कार डिवाइडर पर चढ़कर बंद हो गई। इस बीच दोनों बदमाश कार से निकलकर भागने लगे और पुलिस पर फायर कर दिए। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी बदमाशों पर फायर किया। जिसमें से एक गोली एक बदमाश के पैर में लगी, जबकि उसका साथी फरार हो गया।
मुठभेड़ की सूचना मिलने पर एसपी देहात शेखर चंद्र सुयाल घायल बदमाश को देखने के लिए सिविल अस्पताल पहुंचे। एसपी देहात ने बताया कि बदमाश के कब्जे से एक तमंचा, तीन कारतूस बरामद हुए हैं। बताया कि घायल बदमाश हत्या की कोशिश के मामले में वांछित था। उसके खिलाफ यूपी और मंगलौर में करीब छह मुकदमे दर्ज हैं।
वर्चस्व को लेकर की थी ताबड़तोड़ फायरिंग
मुठभेड़ में पकड़े गए बदमाश ने अपने साथियों के साथ मिलकर 19 दिसंबर 2024 को खेड़ाजट्ट गांव में वर्चस्व को लेकर ताबड़तोड़ फायरिंग की थी। इस दौरान पुलिस ने भारी मात्रा में कारतूस बरामद किए थे।
पुलिस ने शिवम, शिव, आर्यन और वर्णित समेत छह आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। फायरिंग में विशाल उर्फ काकू का भी नाम सामने आया था। इस मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को पूर्व में गिरफ्तार कर लिया था। जांच में पता चला था कि युवकों के दो गुटों में वर्चस्व को लेकर ताबड़तोड़ फायरिंग से गांव में दहशत फैलाई गई थी।