पहलगाम आतंकवादी हमले में 26 से ज्यादा लोगों की मौत
आतंकियों ने की थी 50 राउंड से ज्यादा फायरिंग

2019 में पुलवामा हमले के बाद सबसे घातक हमला
श्रीनगर : दक्षिण कश्मीर के प्रमुख पर्यटक स्थल पहलगाम में मंगलवार (22 अप्रैल 2025) को आतंकियों टूरिस्ट के एक ग्रुप पर हमला कर दिया. दो से तीन आतंकियों ने पुलिस की वर्दी में टूरिस्टों पर 50 राउंट से ज्यादा फायरिंग की. सूत्रों के मुताबिक इस आतंकी हमले में 26 से ज्यादा लोगों के मारे जाने की आशंका है.
पाकिस्तान में स्थित प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के छद्म संगठन ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (टीआरएफ) ने हमले की जिम्मेदारी ली है। यह 2019 में पुलवामा में हुए हमले के बाद घाटी में हुआ सबसे घातक हमला है। एक उच्च पदस्थ अधिकारी ने विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि 28 मृतकों में दो विदेशी व दो स्थानीय नागरिक हैं।
गृहमंत्री अमित शाह पहुंचे श्रीनगर
इसके हमले के बाद सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर है. इस बीच गृहमंत्री अमित शाह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बात कर इस हमले की जानकारी दी. पीएम से बात करने के बाद गृहमंत्री अमित शाह ने इमरजेंसी बैठक बुलाई. फिलहाल गृहमंत्री श्रीनगर पहुंच चुके हैं.
यह हमला दोपहर करीब तीन बजे हुआ, जब आतंकवादी बैसरन घाटी में पहाड़ से नीचे उतरे और वहां पर्यटकों पर गोलीबारी शुरू कर दी. इस स्थान को लंबे हरे-भरे घास के मैदानों के कारण मिनी स्विट्जरलैंड कहा जाता है. हमले वाली जगह का एक वीडियो सामने आया है जिसमें कई लोग खून से लथपथ और जमीन पर बेसुध पड़े हुए दिखाई दे रहे हैं, जबकि महिला पर्यटक रोते हुए अपने प्रियजनों की तलाश कर रही हैं.
आतंकियों ने पर्यटकों पर शुरू कर दी गोलीबारी
हमले में जीवित बची एक महिला ने फोन पर बताया कि मेरे पति के सिर में गोली लगी है, जबकि सात अन्य लोग भी इस हमले में घायल हुए हैं। महिला ने अपनी पहचान नहीं बताई, लेकिन घायलों को अस्पताल पहुंचाने में मदद की गुहार लगाई।
जानकारी देते हुए एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि गोलीबारी की आवाज सुनने के बाद भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस पहलगाम पर्यटन नगरी के बैसरन घास के मैदानों में पहुंच गई है। तलाशी अभियान भी जारी है।
उन्होंने बताया कि आतंकवादी हमला बैसरन घास के मैदान में हुआ, जो केवल पैदल या टट्टुओं से ही पहुंचा जा सकता है, जहां आज सुबह पर्यटकों का एक समूह घूमने गया था। अधिकारियों ने बताया कि घायलों को निकालने के लिए अधिकारियों ने एक हेलिकॉप्टर भेजा। उन्होंने बताया कि कुछ घायलों को स्थानीय लोगों ने अपने टट्टुओं पर घास के मैदानों से नीचे उतारा।
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इस आतंकी हमले को “हाल के वर्षों में आम लोगों पर हुए किसी भी हमले से कहीं बड़ा” हमला बताया। यह हमला ऐसे समय हुआ है जब अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस भारत की यात्रा पर हैं और पर्यटन व ट्रैकिंग का सीजन जोर पकड़ रहा है।
साल 2000 में पहलगाम में अमरनाथ आधार शिविर पर हुए हमले में 30 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी। एक वर्ष बाद शेषनाग में अमरनाथ तीर्थयात्रियों पर हमले में 13 लोगों की मौत हुई, जबकि पहलगाम क्षेत्र में 2002 में एक अन्य हमले में 11 लोग मारे गए। पिछले साल मई में पहलगाम के यन्नार में आतंकवादियों द्वारा की गई गोलीबारी में राजस्थानी पर्यटक पति-पत्नी घायल हो गए थे। मार्च 2000 में जब तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन भारत के दौरे पर थे, तब आतंकवादियों ने दक्षिण कश्मीर के छत्तीसिंहपुरा में 35 सिखों की हत्या कर दी थी।