आतंकियों को बड़े हमले की मिलने वाली थी जिम्मेदारी

दिल्ली:गुजरात आतंकवाद निरोधी दस्ता यानी ATS ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए अल-कायदा के मॉड्यूल AQIS (Al-Qaeda in Indian subcontinent) का भंडाफोड़ किया है। एटीएस ने इस कार्रवाई में चार संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया है। ये गिरफ्तारियां गुजरात से 2, दिल्ली और नोएडा से एक-एक की गई हैं।
सीमा पार लिंक का भी खुलासा
गिरफ्तार किए गए ये चारों आतंकी 20 से 25 साल की उम्र के हैं। जानकारी मिली है कि इन आतंकियों को भारत में बड़े टारगेट और बड़ी लोकेशन पर हमला करने की जिम्मेदारी मिलने वाली थी। जांच में सामने आया है कि ये चारों आतंकी सोशल मीडिया ऐप्स के जरिए एक-दूसरे से कनेक्टेड थे। इसके अलावा, इनके सीमा पार लिंक भी सामने आए हैं।
आतंकवाद रोधी एजेंसी ने एक बयान में कहा, “गुजरात एटीएस ने एक्यूआईएस से जुड़े आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया है। इस प्रतिबंधित आतंकी संगठन से जुड़े चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है।” एटीएस बाद में अभियान के बारे में और अधिक जानकारी उपलब्ध कराएगी। वर्ष 2023 में, इस आतंकी संगठन से संबंध रखने के आरोप में अहमदाबाद के विभिन्न हिस्सों से चार बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया था।
गिरफ्तार संदिग्ध आतंकियों के नाम
मोहम्मद फाइक, पुत्र मोहम्मद रिजवान, निवासी मीर मदारी गली, फराशखाना, दिल्ली
मोहम्मद फुरदीन, पुत्र मोहम्मद रईस, निवासी गुलमोहर टेनामेंट्स, फतेवाड़ी, अहमदाबाद, गुजरात
सैफुल्ला कुरैशी, पुत्र मोहम्मद रफीक, निवासी खटाकीवाड़ा, नियर भोई वाड़ा, विनायक सिनेमा, मोडासा, गुजरात
जीशान अली, पुत्र आसिफ अली, निवासी एच. नंबर 77 छजरसी कॉलोनी, सेक्टर 63, नोएडा, उत्तर प्रदेश
अल-कायदा के बारे में
अल-कायदा दुनिया के सबसे खतरनाक आतंकवादी समूहों में से एक माना जाता है। इसे संयुक्त राष्ट्र, नाटो, यूरोपीय संघ, संयुक्त राज्य अमेरिका, भारत, रूस और कई अन्य देशों द्वारा एक आतंकवादी समूह घोषित किया गया है। इसकी स्थापना 1988 में ओसामा बिन लादेन, अब्दुल्लाह आजम और अन्य द्वारा की गई थी। यह संगठन अफगानिस्तान में सोवियत संघ के आक्रमण का विरोध करने वाले लड़ाकों को समर्थन देने के लिए बनाया गया था।
2011 में ओसामा बिन लादेन की मृत्यु के बाद, अयमान अल-जवाहिरी ने इसका नेतृत्व संभाला। जुलाई 2022 में जवाहिरी की मृत्यु के बाद, अल-कायदा ने अभी तक आधिकारिक तौर पर अपने नए नेता की घोषणा नहीं की है, लेकिन सैफ अल-अदल को इसका संभावित अगला नेता माना जाता है।