यूपी के अमेठी जिले में बुलडोजर ऐक्शन, करोड़ों की बिल्डिंगे ध्वस्त

अमेठी : गौरीगंज तहसील क्षेत्र में शुक्रवार को प्रशासन ने अवैध कब्जों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की। यह ऐक्शन उस अभद्रता की प्रतिक्रिया के रूप में देखा जा रहा है, जो बुधवार को अतिक्रमण हटाने गई राजस्व टीम के साथ हुई थी। शुक्रवार को प्रशासन ने बुलडोजर की मदद से करोड़ों की लागत से बनी तीन इमारतों को ध्वस्त कर दिया।
बुधवार को टीम से की गई थी अभद्रता
नगर पालिका क्षेत्र के वार्ड संख्या 13 माधवपुर में बुधवार को जब राजस्व विभाग की टीम रास्ता खाली कराने गई थी, तब स्थानीय अतिक्रमणकारियों ने टीम के साथ बदसलूकी की थी। इस दौरान नायब तहसीलदार अनुश्री त्रिपाठी, लेखपाल सिराज और शिकायतकर्ता भोलानाथ सिंह घायल हो गए थे। इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गुरुवार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
एसडीएम की अगुवाई में चला बुलडोजर
घटना के दो दिन बाद शुक्रवार को प्रशासन ने पूरी तैयारी के साथ जवाबी कार्रवाई की। एसडीएम प्रीति तिवारी, तहसीलदार सूरज, नायब तहसीलदार अनुश्री त्रिपाठी, कानूनगो संतोष कुमार सिंह और दर्जनों लेखपालों के साथ कई थानों की पुलिस और पीएसी की एक प्लाटून मौके पर पहुंची। राजगढ़ वार्ड स्थित गाटा संख्या 178, जो बंजर भूमि के अंतर्गत आता है, वहां बने अवैध निर्माण को गिराने में बुलडोजर को तीन घंटे का समय लगा।
टिन शेड और अन्य निर्माण भी हटाए गए
राजगढ़ की कार्रवाई के बाद टीम माधवपुर पहुंची, जहां बुधवार को अभद्रता हुई थी। यहां भी एक अवैध निर्माण को ध्वस्त किया गया और अन्य अतिक्रमणों को चिन्हित किया गया है। यह अभियान लगभग 11:30 बजे तक चला, जिसके बाद पूरी टीम तहसील लौट गई।
शहर में चर्चाओं का बाजार गर्म
प्रशासन की इस सख्त कार्रवाई ने पूरे शहर में चर्चा का माहौल बना दिया है। कुछ लोगों ने सोशल मीडिया पर इस कार्रवाई की सराहना की, वहीं कई लोगों ने सवाल उठाए कि आखिर ये अवैध निर्माण बनने ही क्यों दिए गए। अमेठी में प्रशासन ने स्पष्ट संदेश दिया है कि कानून का उल्लंघन और सरकारी कर्मियों के साथ अभद्रता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।