अखिलेश यादव द्वारा चुनाव से पहले बूथ स्तर पर संगठन को मजबूत करने का आहवाहन
चुनावी सूची से लेकर मतगणना तक हर मोर्चे पर साचधन रहने की जरूरत

लखनऊ : समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सोमवार, 23 जून को पार्टी मुख्यालय स्थित डॉ. राममनोहर लोहिया सभागार में कार्यकर्ताओं की बड़ी बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि 2027 का यूपी विधानसभा चुनाव देश की राजनीति की दिशा बदल देगा. BJP की गड़बड़ियों पर कड़ी निगरानी रखनी होगी और बूथ स्तर पर संगठन को इतना मजबूत करना होगा कि कोई धांधली न कर सके. समाजवादी पार्टी चीफ के इस बयान से संकेत मिले हैं कि सभी 403 विधानसभा सीटों पर सपा, बूथ मजबूत करेगी और वोट जुड़वाएगी.
अखिलेश यादव ने जोर देकर कहा कि हर कार्यकर्ता को नया वोट जोड़ने छूटे नाम फिर से जुड़वाने और नकली वोट हटवाने के लिए अभी से काम शुरू कर देना चाहिए. उन्होंने चेताया कि BJP षड्यंत्रकारी पार्टी है जो चुनावी सूची से लेकर मतगणना तक हर मोर्चे पर चालें चल सकती है.
अखिलेश ने दोहराया कि आगामी चुनाव में पार्टी पीडीए पिछड़ा दलित और अल्पसंख्यक गठबंधन की रणनीति से मैदान में उतरेगी. उनका दावा है कि BJP सरकार न सिर्फ़ आरक्षण कमजोर कर रही है बल्कि इन समुदायों पर अत्याचार भी बढ़ा रही है. इसीलिए इन वर्गों के भावनात्मक गठबंधन को और मजबूत किया जाएगा.
अखिलेश यादव ने कहा कि लोकसभा 2024 में सपा-कांग्रेस गठबंधन को मिली 43 सीटों ने साफ कर दिया है कि जनता परिवर्तन चाहती है. BJP-नीत एनडीए 36 पर सिमट गया, जबकि अकेले सपा के खाते में 37 सीटें आईं. कार्यकर्ताओं को भरोसा दिलाते हुए उन्होंने कहा कि 2027 में सपा INDIA गठबंधन के हिस्से के रूप में चुनाव लड़ेगी, ठीक उसी तरह जैसे लोकसभा में लड़ी थी. इसका मक़सद ‘वोट का बिखराव रोकना और BJP को हराना’ है.
मंच पर शिवपाल सिंह यादव, धर्मेंद्र यादव, जावेद अली, समेत कई सांसद-विधायक मौजूद रहे. अखिलेश ने ट्रांसफर-पोस्टिंग से लेकर विभागीय टेंडर तक में फैले भ्रष्टाचार और उगाही पर BJP सरकार को घेरा और कहा कि ‘प्रदेश में ऐसी लूट पहले कभी नहीं देखी गई. उन्होंने कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे गांव-गांव जाकर BJP की सांप्रदायिक राजनीति और लोकतंत्र विरोधी हथकंडों’ को उजागर करें.