यूपी में जुलाई से महंगी होगी बिजली! उपभोक्ताओं की जेब पर पड़ेगा असर
ईंधन अधिभार शुल्क के नाम से 1.97 प्रतिशत से अधिक की होगी वसूली

लखनऊ : प्रदेशभर के उपभोक्ताओं की जेब अगले माह से ढीली होने जा रही है। इसकी वजह यह है कि जुलाई महीने में ईंधन अधिभार शुल्क के रूप में प्रदेश की बिजली कंपनियां उपभोक्ताओं से 1.97 प्रतिशत से अधिक वसूली करेंगी। उपभोक्ता परिषद की ओर से आवाज उठाई गई है।
प्रदेश के बिजली उपभोक्ताओं का बिजली कंपनियों पर 33122 करोड़ सरप्लस होते हुए भी प्रदेश की बिजली कंपनियों द्वारा विद्युत नियामक आयोग से एक नियम विरुद्ध रेगुलेशन बनवाकर लगातार ईंधन अधिभार शुल्क की वसूली की जा रही है। उपभोक्ता परिषद विद्युत नियामक आयोग के समक्ष बार-बार यह मुद्दा उठा चुका है कि जो भी ईंधन अधिभार शुल्क बिजली उपभोक्ताओं पर निकले, उस राशि को पहले से सरप्लस राशि से घटा दिया जाए। यदि उपभोक्ताओं को राहत देने की बात आए तो उसे राहत दी जाए।
उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष व राज्य सलाहकार समिति के सदस्य अवधेश कुमार वर्मा ने कहा अप्रैल 2025 महीने का ईंधन अधिभार शुल्क जुलाई 2025 में वसूल किया जाएगा। जिससे साफ है कि इस बार एक जुलाई से प्रदेश के बिजली उपभोक्ताओं की बिजली दरों में 1.97 प्रतिशत की वसूली होगी मतलब बिजली बिलों में बढ़ोत्तरी। इस प्रकार पूरे महीने कुल लगभग 187 करोड़ रूपया उपभोक्ताओं से बिजली कंपनियां वसूल करेंगी।