ओबीसी राजनीति पर बीजेवी का राहुल गांधी पर निशाना
कांग्रेस हमेशा एससी-एसटी-ओबीसी सशक्तिकरण के खिलाफ रही: धर्मेंद्र प्रधान

नई दिल्ली : ओबीसी को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयान पर भाजपा की ओर से पलटवार किया गया है। केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि कांग्रेस पार्टी दिवालिया हो चुकी है। उनके नेता भी दिवालियापन के दौर से गुज़र रहे हैं। आज हमने सुना कि कांग्रेस पार्टी एक बार फिर झूठ का सहारा ले रही है। उन्होंने कहा है कि मोदी सरकार ने ओबीसी के लिए कुछ नहीं किया। प्रधान ने कहा कि आज़ादी के बाद पहली बार पिछले 11 सालों से एक ओबीसी के नेतृत्व में भारत की सेवा हो रही है।
भाजपा नेता ने कहा कि कांग्रेस इसी बात से परेशान है… पीढ़ी दर पीढ़ी, कांग्रेस पार्टी आरक्षण के ख़िलाफ़ रही है, ख़ासकर एससी-एसटी-ओबीसी के सशक्तिकरण के ख़िलाफ़… नेहरू जी के बाद अगर किसी ने सबसे लंबे समय तक देश की सेवा की है, तो वो हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जो एक पिछड़े परिवार से आते हैं। राहुल गांधी की माँ को पार्टी अध्यक्ष बनाने के लिए सीताराम केसरी को शौचालय में बंद कर दिया गया था। कांग्रेस पार्टी ने उन्हें अपमानजनक तरीके से बाहर का रास्ता दिखाया।
उन्होंने दावा किया कि राहुल गांधी ने आज एक बार फिर झूठ बोला है… मैं उनसे कहता हूँ कि संसद में या बाहर खुलकर बताएँ कि उनके और प्रधानमंत्री मोदी के कार्यकाल में कितनी ‘अनुपयुक्त’ श्रेणियों को सामान्य श्रेणी में बदला गया। उन्होंने यह भी कहा कि केंद्रीय संस्थानों में पद खाली पड़े हैं। रिकॉर्ड स्तर पर पहुँच गया है। “पोस्ट-फिलिंग अभियान जारी है। कांग्रेस पार्टी ओबीसी, एससी, एसटी विरोधी है।
इससे पहले दिल्ली में कांग्रेस के ‘भागीदारी न्याय सम्मेलन’ को लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने संबोधित किया। इस दौरान राहुल गांधी ने कहा कि मैं 2004 से राजनीति में हूं। जब मैं पीछे मुड़कर देखता हूं, तो मुझे लगता है कि मैंने गलती की। मैंने ओबीसी की उस तरह रक्षा नहीं की जैसी मुझे करनी चाहिए थी। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि मैं उस समय आपके मुद्दों को गहराई से नहीं समझ पाया। उन्होंने कहा कि मुझे अफसोस है कि अगर मुझे आपके (ओबीसी) इतिहास, आपके मुद्दों के बारे में थोड़ा भी पता होता, तो मैं उसी समय जाति जनगणना करा लेता। यह मुझसे हुई गलती है। यह कांग्रेस पार्टी की गलती नहीं है, यह मेरी गलती है। मैं उस गलती को सुधारने जा रहा हूं।