संसद के ठप्प होने पर किरेन रिजिजू का विपक्ष पर निशाना

कहा -सरकार से ज्यादा विपक्ष को नुकसान, सरकार को जवाबदेह ठहराने का मौका खो देते हैं

नई दिल्ली : संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजीजू ने शनिवार को कहा कि संसद में बार-बार व्यवधान से विपक्ष को सत्ता पक्ष से ज्यादा नुकसान होता है, क्योंकि इससे वह सरकार को जवाबदेह ठहराने का महत्वपूर्ण अवसर खो देता है।

मानसून सत्र का पहला सप्ताह विरोध में धुला
रिजीजू की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है, जब मानसून सत्र का पहला सप्ताह विपक्षी सांसदों के बार-बार विरोध प्रदर्शनों के कारण काफी हद तक धुल चुका है। प्राइम प्वाइंट फाउंडेशन द्वारा आयोजित संसद रत्न पुरस्कार समारोह को संबोधित करते हुए रिजिजू ने बताया कि कैसे नौकरशाह कभी-कभी संसद स्थगित होने पर राहत महसूस करते हैं।

उन्होंने कहा-मैं आपको बता दूं कि जब संसद नहीं चलती है तो अधिकारी राहत महसूस करते हैं, क्योंकि वे पूछताछ से बच जाते हैं। संसद में सरकार को जवाबदेह ठहराया जा सकता है। जब सदन चलता है, तो मंत्रियों को कठिन सवालों का सामना करना पड़ता है। जब सदन कुछ ही मिनटों में स्थगित हो जाता है, तो ऐसे सवाल भी नहीं उठते। संसद में व्यवधान होने पर सरकार से ज्यादा विपक्ष को नुकसान होता है।

अपनी संसदीय यात्रा का जिक्र करते हुए रिजीजू ने कहा कि उन्होंने कभी विपक्षी सांसदों को विरोधी नहीं माना। उन्होंने कहा, हम सभी सहयोगी हैं। 2014 से पहले मेरा ज्यादातर संसदीय जीवन विपक्षी बेंचों पर बीता है। राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता हो सकती है, लेकिन कोई दुश्मनी नहीं है। अपने शुरुआती अनुभवों को याद करते हुए रिजीजू ने एक दिलचस्प किस्सा सुनाया।

उन्होंने कहा, जब मैं पहली बार लोकसभा अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी से मिला, तो मैं धूम्रपान करने वाले सांसदों के लिए एक कमरा मांगने गया था। उन्होंने मुझे डांटते हुए कहा कि यह स्पीकर के साथ आपकी पहली मुलाकात है और आप इस काम के लिए आए हैं? उस दिन मुझे अच्छी डांट पड़ी और मैंने सीखा कि मुझे ऐसे पद पर बैठे व्यक्तियों से उद्देश्यपूर्ण तरीके से संपर्क करना चाहिए। –

 

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