RSS के वेंकट सत्यनारायण होेगे आंध्र प्रदेश से राज्यसभा उपचुनाव के उम्मीदवार
15 साल की उम्र में आरएसएस से जुड़े, ओबीसी वर्ग के गौड़ समाज से आते हैं

नई दिल्ली : कई सप्ताह की अटकलों के बाद भाजपा हाईकमान ने आंध्र प्रदेश से राज्यसभा उपचुनाव के लिए वेंकट सत्यनारायण के नाम पर मुहर लगा दी है। आरएसएस से लंबे समय से जुड़े सत्यनारायण को पार्टी ने वफादारी, संगठनात्मक अनुभव और सामाजिक समीकरणों को ध्यान में रखते हुए उम्मीदवार बनाया है। वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के नेता वी विजयसाई रेड्डी के इस्तीफे से खाली हुई इस सीट के लिए चुनाव 9 मई को होगा। चूंकि किसी अन्य उम्मीदवार के नामांकन की उम्मीद नहीं है, ऐसे में सत्यनारायण का उच्च सदन तक पहुंचना लगभग तय माना जा रहा है। पहले संभावना जताई जा रही थी कि पार्टी पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और अन्नामलाई में से किसी को राज्यसभा भेज सकती है।
ओबीसी वर्ग के गौड़ समुदाय से आते हैं सत्यनारायण
भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि सत्यनारायण एक ‘वफादार पार्टी कार्यकर्ता’ हैं जो आरएसएस से शुरू होकर भाजपा के विभिन्न स्तरों पर काम करते हुए शीर्ष तक पहुंचे हैं। वे ओबीसी वर्ग के गौड़ समुदाय से आते हैं, इसलिए भाजपा को उम्मीद है कि उनके चयन से पिछड़े वर्गों में एक सकारात्मक संदेश जाएगा। पार्टी सूत्रों ने बताया कि सत्यनारायण भाजपा की विचारधारा से गहराई से परिचित हैं और कई बार पार्टी के घोषणा पत्र समितियों का हिस्सा भी रह चुके हैं।
15 साल की उम्र में आरएसएस से जुड़े
वेंकट सत्यनारायण का राजनीतिक सफर आरएसएस से शुरू हुआ था। उन्होंने 15 वर्ष की आयु में 1976 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ाव किया। इसके बाद वे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के माध्यम से छात्र राजनीति में सक्रिय हुए। 1980 में वे भाजपा से आधिकारिक तौर पर जुड़े और भीमावरम नगर महासचिव, जिला सचिव, काउंसलर और विधानसभा संयोजक जैसे कई पदों पर कार्य किया। हालांकि 1996 में नरसापुर लोकसभा चुनाव और 2006 के एमएलसी चुनावों में उन्हें सफलता नहीं मिली थी, फिर भी पार्टी के प्रति उनकी दीर्घकालिक निष्ठा और सेवा को लगातार सराहा गया।