ब्रह्मोस की ताकत और इसका फ्यूचर प्लान?

DRDO चीफ ने दी महत्वपूर्ण जानकारी

नई दिल्ली : ऑपरेशन सिंदूर में ब्रह्मोस मिसाइल की ताकत पूरी दुनिया ने देखी है। इस मिसाइल ने रावलपिंडी के नूरखान एयरबेस तक को तबाह कर दिया। इंडिया टीवी के डिफेंस एडिटर मनीष प्रसाद ने डीआरडीओ अध्यक्ष डॉक्टर समीर वी. कामत से एक्सक्लूसिव बातचीत की है। डीआरडीओ चीफ कामत ने ब्रह्मोस मिसाइल की ताकत और उसके फ्यूचर प्लान के बारे में कई महत्वपूर्ण जानकारी दी है।

डीआरडीओ अध्यक्ष से पूछा गया कि जब मिसाइल की बात होती है तो ब्रह्मोस का दम देखा और आकाश का दम देखा। आने वाले समय में भविष्य के और हथियार हैं। ब्रह्मोस को लेकर भारत की क्या तैयारी है? ब्रह्मोस का अपग्रेटेड वर्जन है या आकाश का एनजी है।

इस सवाल के जवाब में डीआरडीओ अध्यक्ष ने कहा, ‘ब्रह्मोस में हम लोग एक्सटेंडेड रेंज पर काम कर रहे हैं। वो भी अगले दो-तीन साल में एक्सटेंडेड रेज ब्रह्मोस में इंडक्ट हो जाएगा। एक चीज हम लोग ब्रह्मोस एनजी के बारे में सोच रहे हैं। जो कोई भी एयरक्राफ्ट पर लगेगा। अभी हमारे पास एयरलॉन्च ब्रह्मोस की कैपेबिलिटी है। लेकिन वो सिर्फ सुखोई से है। तो हम लोगों की न्यू जनरेशन ब्रह्मोस करेगी, जो लाइटर और छोटा होगा आज के ब्रह्मोस से। इसके बाद वह कोई भी एयरक्राफ्ट पर लग सकता है।’

इसके बाद डीआरडीओ अध्यक्ष से पूछा गया कि इस बार दम भी देखने को मिला कि Su-30 के साथ ब्रह्मोस और उसने अपन जबरदस्त प्रभाव दिखाया है। इस पर आपका क्या कहना है?

इस पर डॉक्टर कामत ने कहा, ‘ब्रह्मोस बहुत ही अच्छी मिसाइल है। बहुत ही प्रिसाइज और उसका जो CEP कहते हैं, वो बहुत ही कम है। बहुत ही एक्यूरेट मिसाइल है।’

ब्रह्मोस की मारक क्षमता और एक्यूरेसी के बारे में भी बात की गई। इसे साधारण शब्दों में कहें तो बिल्कुल एक्यूरेसी और जहां के लिए उसको लॉन्च किया गया है, उसी को ध्वस्त करेगा। क्या ऐसा ही है?

डीआरडीओ अध्यक्ष ने कहा, ‘हां, बिल्कुल ऐसा ही है। CEP जो होता है, वह आपका इंडेक्स होता है। CEP 1 स्कॉयर मीटर हो तो एक स्कॉयर मीटर पर जाकर हिट करता है।’

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