पाकिस्तानी शख्स ने रची अमेरिका में यहूदियों पर आतंकी हमले की साजिश!
हमास स्टाइल में हमले की प्लानिंग, कनाडा से US डिपोर्ट किया गया

वॉशिंगटन : कनाडा में रहने वाले एक पाकिस्तानी को अमेरिका में आतंकी हमला करने की साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। अमेरिकी न्याय विभाग ने शुक्रवार को बताया कि पाकिस्तानी शख्स ने न्यूयॉर्क शहर में यहूदियों पर हमला करने की साजिश रची थी। बयान में बताया गया कि 20 वर्षीय मुहम्मद शाहजेब खान उर्फ शाहजेब जादून को बुधवार को गिरफ्तार किया गया।
अटॉर्नी जनरल मेरिक गारलैंड ने एक बयान में कहा कि ‘आरोपी ने इस साल 7 अक्टूबर के आसपास न्यूयॉर्क शहर में आतंकी हमले की योजना बनाई थी, जिसके घोषित लक्ष्य इस्लामिक स्टेट के नाम पर अधिक से अधिक यहूदियों का कत्लेआम करना था।’ 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमास के आतंकी हमले के 1 साल पूरे हो जाएंगे।
इजरायल पर हमले की वर्षगांठ पर था प्लान
गारलैंड ने बताया कि ‘एफबीआई की जांच और हमारे कनाडाई कानून प्रवर्तन अधिकारियों की कार्रवाई के कारण आरोपी को हिरासत में लिया गया।’ आपराधिक शिकायत के अनुसार, शाहजेब ने न्यूयॉर्क की यात्रा करने और 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमास के हमले की वर्षगांठ पर ब्रुकलिन में एक यहूदी केंद्र पर इस्लामिक स्टेट के समर्थन में सामूहिक गोलीबारी करने की योजना बनाई थी।
अंडरकवर एजेंट के जाल में फंसा
इसमें कहा गया है कि उसने साजिशकर्ताओं के साथ बातचीत में अपनी योजनाओं का खुलासा किया था। लेकिन वास्तव में वह जिन लोगों से बात कर रहा था वे अंडरकवर एजेंट थे। शाहजेब खान को कनाडाई अधिकारियों ने अमेरिका-कनाडा सीमा से लगभग 19 किलोमीटर दूर आर्म्सटाउन शहर में गिरफ्तार किया। न्याय विभाग ने कहा है कि वह कनाडा से खान के प्रत्यर्पण की मांग करेगा।
यहूदी समुदाय की सुरक्षा का आश्वासन
गिरफ्तारी के बारे में बताया हुए अटार्नी जनरल मेरिक गारलैंड ने अमेरिकी यहूदी समुदाय को सुरक्षा का आश्वासन दिया और कहा, उन्हें ‘इस बात का डर नहीं होना चाहिए कि उन्हें नफरत से प्रेरित आतंकवादी हमले का निशाना बनाया जाएगा।’ अभी यह स्पष्ट नहीं है कि शाहजेब खान को कनाडा में कहां रखा गया है और आरोपों का सामना करने के लिए उसे कब अमेरिका लाया जा सकता है। अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि खान ने पिछले नवंबर में एक एन्क्रिप्टेड मैसेजिंग ऐप पर दूसरों के साथ सोशल मीडिया पोस्ट और संचार में आईएस के प्रोपेगैंडा वीडियो शेयर करना और आतंकवादी समूह के लिए अपना समर्थन व्यक्त करना शुरू कर दिया था।