उत्तराखण्ड में लागू हुई देश की पहली योग नीति, कई देशों के राजनयिक रहे मौजूद

सीएम धामी ने किया अनावरण, 5 योग हब बनाने का लक्ष्य

भराड़ीसैंण(चमोली) : कर्णप्रयाग के भराड़ीसैण में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने योग दिवस पर 800 से अधिक लोगों के साथ योग किया। पारंपरिक स्वागत के बीच मंच पर पहुंचे मुख्यमंत्री ने उत्तराखंड की अपनी योग नीति का अनावरण भी किया। उनके साथ मंत्री धन सिंह रावत, विधायक अनिल नौटियाल, योग गुरु भारत भूषण और कई देशों के राजनयिक उपस्थित रहे।

मुख्यमंत्री ने बच्चों से मुलाकात कर योग के प्रति उनका उत्साह भी सराहा। 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एक्स अकाउंट पर पोस्ट करते हुए कहा, ‘योग भारत की प्राचीनतम और गौरवशाली परपंरा का अमूल्य उपहार है। योग न केवल शारीरिक स्वास्थ्य को सुदृढ़ करता है बल्कि सकारात्मक दृष्टिकोण भी प्रदान करता है।

सीएम धामी ने आगे कहा कि, ‘प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देवभूमि उत्तराखंड से निकला योग आज संपूर्ण विश्व में अपनाया जा रहा है। आइए, हम सभी योग को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं और स्वस्थ व संतुलित समाज के निर्माण में सहभागी बनें।’

अपर सचिव आयुष विजय कुमार जोगदंडे ने जानकारी दी कि 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने योग नीति की घोषणा की है। उन्होंने उम्मीद जताई कि ये योग नीति देश में आदर्श के रूप में स्थापित होगी। इससे प्रदेश में रोजगार की वृद्धि में भी मदद मिलेगी।

उत्तराखंड योग नीति 2025 के तहत सरकार ने तमाम लक्ष्य भी तय किए हैं। इसके तहत साल 2030 तक उत्तराखंड में कम से कम पांच नए योग हब स्थापित करने का लक्ष्य है। जागेश्वर, मुक्तेश्वर, व्यास घाटी, टिहरी झील और कोलीढेक झील क्षेत्र में योग हब स्थापित होंगे। इसके साथ ही मार्च 2026 तक राज्य के सभी आयुष हेल्थ और वेलनेस सेंटर्स में योग सेवाएं उपलब्ध कराने का भी लक्ष्य तय है।

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