ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान बॉर्डर पर तैनात होगा ‘घातक लड़ाकू हेलीकॉप्टर अपाचे,

युद्ध क्षमता को और मजबूत करने की दिशा में एक अहम कदम

नई दिल्ली: ऑपरेशन सिंदूर के जरिए भारत ने ना केवल पाकिस्तान को बल्कि पूरी दुनिया को अपनी सैन्य ताकत का नजारा दिखाया था। भारत लगातार अपनी सैन्य शक्तियों को बढ़ा रहा है। उसी क्रम में पश्चिमी सीमा पर भारत की सैन्य शक्ति बढ़ने वाली है। भारतीय सेना को जल्द ही अमेरिका से अपाचे AH-64E लड़ाकू हेलीकॉप्टर मिलेंगे। इनकी पहली खेप जुलाई में आने की उम्मीद है। यह सौदा 600 मिलियन डॉलर का है।

भारतीय सेना की युद्ध क्षमता को और मजबूत करने की दिशा में एक अहम कदम उठाया जा रहा है. ऑपरेशन सिंदूर के बाद, जहां भारतीय सेना ने पश्चिमी सीमा पर अपनी लड़ाकू क्षमताओं को और बेहतर करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है. वहीं, इसी कड़ी में अब बहुप्रतीक्षित अपाचे हमलावर हेलीकॉप्टरों की पहली खेप की डिलीवरी का इंतजार खत्म होता हुआ दिख रहा है. 15 महीनों से ज्यादा की देरी के बाद अमेरिका से अपाचे AH-64E हमलावर हेलीकॉप्टरों की डिलीवरी जल्द ही शुरू होने की संभावना है.

आर्मी एविएशन कॉर्प्स ने मार्च 2024 में जोधपुर में अपना पहला अपाचे स्क्वाड्रन बनाया है, लेकिन इसके गठन के लगभग 15 महीने बीत जाने के बाद भी ये स्क्वाड्रन बिना अटैक हेलीकॉप्टरों के हैं. 2020 में अमेरिका के साथ हस्ताक्षरित 600 मिलियन डॉलर के सौदे के तहत, भारतीय सेना को मई-जून 2024 तक छह अपाचे हेलीकॉप्टरों की डिलीवरी की उम्मीद थी. हालांकि, सप्लाई चेन में परेशानी के कारण समयसीमा को दिसंबर 2024 तक बढ़ा दिया गया था.

बता दें कि हेलीकॉप्टर मिलने में देरी हुई, लेकिन अब सेना को ये आधुनिक हथियार मिलने वाले हैं। इन हेलीकॉप्टरों को पश्चिमी सीमा पर तैनात किया जाएगा। इससे देश की सुरक्षा और भी मजबूत होगी। उम्मीद है कि पहला जत्था इसी महीने भारत आ जाएगा। भारत को ये हेलीकॉप्टर 15 महीने पहले ही मिलने वाले थे। अमेरिका से भारत को कुल 6 अपाचे AH-64E हेलीकॉप्टर मिलेंगे। पहला जत्था पिछले साल मई-जून में ही आ जाना था, लेकिन कुछ दिक्कतों के कारण ऐसा नहीं हो पाया। अब उम्मीद है कि पहला जत्था जुलाई में मिल जाएगा, बाकी हेलीकॉप्टर साल के अंत तक मिल जाएंगे।

अपाचे हेलीकॉप्टर अमेरिका की ओर से बनाया गया एक आधुनिक हेलीकॉप्टर है। इसे दुनिया का सबसे खतरनाक अटैक हेलीकॉप्टर माना जाता है। इसे बोइंग नाम की कंपनी बनाती है। इसकी रफ़्तार 280 किमी प्रति घंटा है। यह 480 किमी दूर तक अपने दुश्मनों को निशाना बना सकता है। इसमें नाइट विजन और थर्मल सेंसर लगे हैं। इससे खराब मौसम और रात में भी दुश्मनों के खिलाफ कार्रवाई करने में मदद मिलेगी। पाकिस्तान से सटे सीमा क्षेत्र में यह हेलीकॉप्टर बहुत महत्वपूर्ण साबित होगा। भारतीय वायुसेना के पास पहले से ही 15 अपाचे हेलीकॉप्टर हैं। भारत और अमेरिका के बीच 2015 में इन हेलीकॉप्टरों को लेकर डील हुई थी।

Related Articles

Back to top button