कानपुर: चौकी इंचार्ज ही निकला किराना दुकानदार का ‘लुटेरा’
अपहरण और तीन लाख की फिरौती लेने में चौकी इंचार्ज निलंबित

कानपुर : एमपी की क्राइम ब्रांच के सदस्य बनकर सचेंडी के किराना दुकानदार को अगवा करने के मामले में दोषी किदवईनगर चौकी इंचार्ज प्रवास शर्मा को निलंबित कर दिया गया है। एसीपी पनकी की जांच रिपोर्ट के आधार पर डीसीपी साउथ ने यह कार्रवाई की है। इसके साथ ही उसके नाम पर दर्ज कार को आधार बनाकर सचेंडी पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की है।
सचेंडी के सिद्धपुर सीढ़ी में घर में ही परचून की दुकान चलाने वाले रामबहादुर को पांच युवकों ने मध्य प्रदेश क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताकर अगवा कर लिया था। किदवईनगर स्थित एक होटल ले जाकर रात भर पिटाई की। उन्हें छोड़ने के बदले पत्नी को धमकाकर पांच लाख की फिरौती मांगी। तीन लाख रुपये लेने के बाद तीन जुलाई की रात साकेतनगर में छोड़ दिया।
पीड़ित की शिकायत पर हुई जांच में पता चला कि वारदात में जिस कार का इस्तेमाल किया गया, वह दरोगा की थी। साथ ही पीड़ित ने दरोगा को पहचान भी लिया। अधिकारियों के आदेश पर सचेंडी पुलिस ने रिपोर्ट तो दर्ज की लेकिन दरोगा को नामजद नहीं किया। इसकी बजाय गाड़ी नंबर को आधार बनाया।
सोमवार देररात पीड़ित का एक वीडियो वायरल हुआ। इसमें पीड़ित ने कहा कि दो यूट्यूबरों ने दरोगा की गाड़ी का नंबर देकर फंसाने के लिए उकासाया। बहकावे में आकर ऐसा कदम उठाया। कोई कार्रवाई नहीं करनी है। हालांकि बाद में पीड़ित ने एक रिश्तेदार के दबाव बनाने पर वीडियो जारी करने की बात स्वीकारी। कहा कि रिश्तेदार ने दरोगा के पक्ष में बयान देने के लिए दो पत्रकारों को फंसाने की बात कहने का दबाव डाला था।