JPNIC को लेकर सीएम योगी ने अखिलेश पर किया वार
'लूट, भ्रष्टाचार उजागर हुआ तो बौखला गए?

लखनऊ/गोरखपुर : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूर्ववर्ती सपा, कांग्रेस और बसपा सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि जब इन्हें अवसर मिला था तो इनकी सरकारों ने लूट मचाया। योजनाओं को भ्रष्टाचार का केंद्र बनाया। अब जांच में भ्रष्टाचार उजागर हो रहा है तो नैतिकता का पाठ पढ़ाने वाले “बबुआ” बौखला गए हैं।
इनकी सरकार ने वन डिस्ट्रिक वन माफिया दिया था। परिवार के नाम पर जहर घोलने का काम किया था। माफिया जंगल के अवैध कटान, अवैध खनन, जमीनों पर कब्जा, अराजकता का तांडव, गरीबों पर अत्याचार करते थे। लेकिन, भाजपा सरकार वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडेक्ट दे रही है। अब माफिया के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति का परिणाम प्रदेश भर में देखने को मिल रहा है। प्रदेश के नौजवानों के सामने पहचान का संकट नहीं है। नई पहचान बनी है प्रदेश की। पहले लूट के नाम पर तांडव था। राम भक्तों पर गोली चलवाई थी।
हमने पूर्वांचल एक्सप्रेस के नाम पर 341 किलोमीटर लंबा 120 मीटर चौड़ा एक्सप्रेसवे बनाया है। इसी पूर्वांचल एक्सप्रेस वे पर सपा सरकार के समय टेंडर हुआ था। 340 किलोमीटर लंबा, 110 मीटर चौड़ा। लागत थी 15200 करोड़। जब भाजपा की सरकार आई तो टेंडर निरस्त किया गया। नए टेंडर निकाले गए 120 मीटर चौड़ा किया गया, जिसकी लागत 11800 करोड़ आई। जेपी ने राजनीति में मूल्यों और आदर्शों की वकालत की।
सपा ने जेपी को भी बदनाम करने का काम किया। सेंटर बनने की लागत थी मात्र 200 करोड़। 2017 मार्च तक 860 करोड़ खर्च हो गया। अब तक पूरा नहीं हो पाया था। सीबीआई जांच चल रही है। बबुआ इस बात को लेकर बौखला गए हैं। इनके लूट, भ्रष्टाचार को उजागर किया गया। यही लोग नैतिकता की बात करते हैं।
सपा ने 2012 से 2017 के बीच पांच वर्ष में 26 करोड़ पेड़ लगाए उसका अता-पता नहीं है। सरकार ने आठ साल में 200 करोड़ से अधिक पौधे रोपे। सर्वे में 75 फीसदी से अधिक पेड़ जीवित है। प्रदेश को नई दिशा देने के लिए हम लोगों ने एक पेड़ मां के नाम लक्ष्य निर्धारित किया है। किसान मेढ़ पर पेड़ लगाया है, पांच वर्ष तक उसकी देखरेख करेगा, तो पांच डॉलर दिया जा रहा है। पिछले साल 25 हजार किसानों को 32 लाख से अधिक धनराशि दी। इस बार 42 लाख से अधिक देने जा रहे हैं। नदी के किनारे, एक्सप्रेस-वे, अमृत सरोवर के किनारे पौधरोपण होगा।