चल रही थी स्नेहा की खोजबीन

दिल्ली:त्रिपुरा की रहने वाली स्नेहा देबनाथ जो दिल्ली यूनिवर्सिटी के आत्मा राम सनातन धर्म कॉलेज छात्रा थी, पिछले सात जुलाई से रहस्यमय तरीके से लापता हो गई थी। जिस दिन वह गायब हुई थी, उस दिन उसने सुबह 5 बजकर 56 मिनट पर अपनी मां को फोन पर बताया था कि वह अपनी दोस्त को सराय रोहिल्ला रेलवे स्टेशन छोड़ने जा रही है। जब उसे फोन किया गया तो उसका फोन बंद आ रहा था। जब पता लगाने की कोशिश की गई तो कैब ड्राइवर ने बताया कि उसने सिग्नेचर ब्रिज के पास छोड़ा था। अब उसका शव दिल्ली के गीता कॉलोनी के फ्लाई ओवर के पास से नदी में तैरता मिला है। दिल्ली पुलिस ने स्नेहा देबनाथ का शव बरामद कर लिया है।
सुसाइड नोट हुआ था बरामद
इससे पहले उसके परिजनों को स्नेहा के कमरे से एक पत्र मिला था, जिसमें स्नेहा ने लिखा था कि मैंने अपनी जिंदगी खत्म करने का फैसला’ किया है और मैं सिग्नेचर ब्रिज से कूदकर अपनी जान दे दूंगी। उसने आगे लिखा था, ‘मैं खुद को एक नाकाम और बोझ महसूस करती हूं और इस तरह जीना अब मेरे लिए असहनीय हो गया है। इसमें कोई साजिश या जबरदस्ती नहीं है और यह मेरा खुद का फैसला है।’
कैब ड्राइवर ने बताई थी ये बात
स्नेहा के लापता होने के बाद जब खोजबीन की गई तो उसकी लोकेशन के हिसाब से जिस कैब ड्राइवर ने छोड़ा था उससे जब पूछा गया, तो उसने बताया कि उसने स्नेहा को सराय रोहिल्ला रेलवे स्टेशन नहीं, यमुना नदी पर बने सिग्नेचर ब्रिज के पास उतारा था। लेकिन उसके बाद स्नेहा का पता इसलिए नहीं चल सका क्योंकि इस पुल का एक भी सीसीटीवी कैमरा काम नहीं कर रहा है, जिससे यह पूरा इलाका एक ‘ब्लाइंड स्पॉट’ बन चुका है।
चल रही थी खोजबीन
स्नेहा के लापता होने की खबर मिलने के बाद नौ जुलाई को दिल्ली पुलिस और NDRF ने सिग्नेचर ब्रिज के आसपास सात किलोमीटर के दायरे में सघन तलाशी अभियान चलाया, लेकिन स्नेहा का कोई सुराग नहीं मिल सका था। परिवार ने बताया कि स्नेहा अपने साथ कोई सामान नहीं ले गई थी, सिर्फ मोबाइल फोन था। साथ ही ये भी पता चला कि पिछले चार महीनों से उसने अपने बैंक अकाउंट से कोई लेन-देन नहीं किया है।