छांगुर पर ईडी ने शिकंजा कसना शुरू किया
15 ठिकानों पर एक साथ छापाए बलरामपुर 13 घंटे तक चली कार्रवाईए कागजों पर दफन राज!

लखनऊ/बलरामपुर : अवैध धर्मांतरण के आरोपी जमालुद्दीन उर्फ छांगुर और उसके करीबियों के बलरामपुर, मुंबई और लखनऊ के 15 ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बृहस्पतिवार तड़के छापा मारकर अहम सुबूत जुटाए। ईडी ने मुंबई में शहजाद शेख उर्फ इलियास शेख के माहिम और ब्रांदा इलाके में स्थित ठिकानों को भी खंगाला है, जिसके खाते में एक करोड़ रुपये छांगुर ने भेजे थे। वहीं लखनऊ के चिनहट इलाके में छांगुर के मददगार सीजीएम बलरामपुर कार्यालय के बाबू राजेश उपाध्याय के आवास को भी खंगाला गया है।
सूत्रों की मानें तो ईडी ने बलरामपुर के उतरौला में छांगुर के उन सभी ठिकानों को खंगाला है, जहां एटीएस पहले ही छानबीन कर चुकी है। इस प्रकरण में शहजाद शेख का नाम पहली बार सामने आया है, जिसके खाते में छांगुर ने एक करोड़ रुपये भेजे थे। छापों के दौरान ईडी ने कई संपत्तियों के दस्तावेज, सोना, नगदी और लग्जरी गाड़ियों को बरामद किया है। साथ ही, दुबई, यूएई और नेपाल से हुई फंडिंग के सुराग भी जुटाए है।
इस दौरान ईडी के अधिकारियों ने छांगुर के करीबियों से पूछताछ भी की। ईडी की टीमें उन सभी ठिकानों पर भी छापा मारा। इनको छांगुर और उसके करीबियों ने खरीदा था। इसके दस्तावेज बलरामपुर के उप निबंधक कार्यालय ने ईडी को दिए थे। अब ईडी के अधिकारी सभी ठिकानों से मिले सुबूतों की पड़ताल के बाद छांगुर को अपनी कस्टडी में लेगा, जिसके बाद उसे रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी।
ईडी ने छांगुर के साथ ही नीतू और नवीन की संपत्तियों की छानबीन भी की गई। बृहस्पतिवार की सुबह से ईडी की टीम बलरामपुर पहुंची। यहां उतरौला में छांगुर व उससे जुड़े 12 ठिकानों पर 15 टीमों ने एक साथ छापा मारा। इसके अलावा महाराष्ट्र में भी दो ठिकानों पर छापेमारी की बात सामने आई है। ईडी के अधिकारी देर शाम तक संपत्तियों से जुड़े अभिलेखों की पड़ताल करते रहे। करीब 13 घंटे जांच के बाद शाम को जरूरी कागजात लेकर निकल गई।
छांगुर व उनके सहयोगियों ने उतरौला व महाराष्ट्र में करीब 100 करोड़ की संपत्तियां जुटाई है। इसकी जांच में ईडी की टीम उतरौला में सुबह 6.00 बजे ही दाखिल हुई। सुबह 7.00 बजे मधपुर से उतरौला मार्ग पर स्थिति एक कांपलेक्स के गेट का ताला खुलावाया। कांपलेक्स छांगुर की सहयोगी नीतू के नाम है। वहां कपड़ों का व्यवसाय होता था।
ईडी अधिकारियों ने दुकान के अंदर रखे सामानों का डाटा तैयार किया। दुकान से जुड़े रजिस्टर और अन्य अभिलेखों की जानकारी की। फिलहाल लंबे समय तक दुकान की छानबीन करते रहे। इसके साथ ही दो टीमें छांगुर के मधपुर स्थित मकान में पहुंची। जहां के कमरों का ताला स्थानीय पुलिस ने खोला। अधिकारियों ने गहराई से प्रत्येक कमरों की जांच की। मकान का भी परीक्षण किया। इसी परिसर में स्थिति एक दूसरी कोठी को बीते दिनों प्रशासन ने ढहाया था। उसकी जानकारी ली।
बताया जा रहा है कि ईडी की पूरी पड़ताल छांगुर को मिलने वाले विदेशी फंड को खपाने की जानकारी करने पर रही। इसके साथ ही पूर्व प्रधान जुम्मन समेत कई उन लोगों से पूछताछ की, जिसने छांगुर से या तो धनराशि प्राप्त किया था या फिर उनके जमीन की खरीद फरोख्त में सहयोगी रहे हैं। साथ ही टीम ने नामी और बेनामी संपत्तियों की भी जांच की।