2025 महिला चेस वर्ल्ड चैंपियन बनी वर्षीय दिव्या देशमुख

प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति ने दिव्या को चैंपियन बनने पर भेजा बधाई संदेश

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को भारतीय शतरंज खिलाड़ी दिव्या देशमुख को फिडे महिला विश्व कप चैंपियन बनने पर बधाई दी। पीएम मोदी ने कहा कि भारतीय खिलाड़ियों की भागीदारी वाला यह एक ऐतिहासिक फाइनल था। दिव्या ने सोमवार को जॉर्जिया के बातुमी में अनुभवी हमवतन कोनेरू हम्पी पर टाई-ब्रेकर में जीत दर्ज कर अपने करियर में एक बड़ा मुकाम हासिल किया।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी दिव्या को बधाई दी
फिडे महिला विश्व चैंपियन बनने पर राष्ट्रपति मुर्मू ने भी दिव्या देशमुख को बधाई दी। उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘दिव्या देशमुख को मेरी हार्दिक बधाई, जो फिडे महिला विश्व कप जीतने वाली पहली भारतीय महिला बन गई हैं और वह भी 19 साल की छोटी उम्र में।

कोनेरू हम्पी उपविजेता
शतरंज विश्व चैंपियनशिप के दोनों फाइनलिस्ट भारत से थे। यह हमारे देश में, विशेषकर महिलाओं में प्रतिभा की प्रचुरता को दर्शाता है। मुझे विश्वास है कि ये दोनों महिला चैंपियन और अधिक गौरव हासिल करेंगी तथा हमारे युवाओं को प्रेरित करेंगी।’

मोदी ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘दो उत्कृष्ट भारतीय शतरंज खिलाड़ियों के बीच ऐतिहासिक फाइनल। फिडे महिला विश्व शतरंज चैंपियन 2025 बनने वाली युवा दिव्या देशमुख पर गर्व है। उन्हें इस उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए बधाई। यह कई युवाओं को प्रेरित करेगा।’

मोदी ने कहा कि फाइनल में दिव्या की प्रतिद्वंद्वी कोनेरू हम्पी ने भी पूरे चैंपियनशिप में असाधारण कौशल का प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा, ‘दोनों खिलाड़ियों को उनके भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं।’ इस जीत ने 19 वर्षीय दिव्या को प्रतिष्ठित खिताब दिलाने के साथ उन्हें ग्रैंडमास्टर भी बना दिया जो टूर्नामेंट की शुरुआत में असंभव लग रहा था।

मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी दिव्या सराहा
इसके अलावा महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने दिव्या देशमुख को फिडे महिला शतरंज विश्व कप 2025 जीतने के लिए बधाई देते हुए कहा कि यह इस शहर और राज्य के लोगों के लिए गर्व का क्षण है। फडणवीस ने नागपुर में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि महाराष्ट्र सरकार 19 वर्षीय ग्रैंडमास्टर को उनकी शानदार उपलब्धि के लिए सम्मानित करेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘यह बड़ी खुशी का क्षण है कि नागपुर और महाराष्ट्र की बेटी दिव्या देशमुख ने महिला विश्व कप जीता है और साथ ही ग्रैंडमास्टर का नॉर्म भी हासिल किया है। वह इस प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय खिताब जीतने वाली सबसे कम उम्र की शतरंज खिलाड़ी हैं।‘मैं हम्पी को भी बधाई देना चाहता हूं, क्योंकि वह भी बहुत अच्छी खिलाड़ी हैं। नागपुर और महाराष्ट्र के लोगों के लिए यह बड़े गर्व का क्षण है कि हमारी बेटी (दिव्या देशमुख) इतनी कम उम्र में ग्रैंडमास्टर बन गई है।’

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