30 वर्षों बाद मंगल-शनि बनाने जा रहे शक्तिशाली षडाष्टक योग

ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, जब दो शक्तिशाली ग्रह एक-दूसरे से छठे या आठवें भाव में विराजमान होते हैं तो उससे षडाष्टक योग का निर्माण होता है. ऐसा ही योग अब मंगल-शनि मिलकर बनाने जा रहे हैं.

मंगल ग्रह साहस और पराक्रम के प्रतीक हैं. अपने विशाल आकार और लाल रंग की वजह से वे ग्रहों के सेनापति कहे जाते हैं. वे समय पर अपनी राशि में परिवर्तन करते रहते हैं. फिलहाल वे अपने नीच राशि कर्क में बने हुए हैं. लेकिन 7 जून को वे कर्क में से निकलकर सिंह राशि में प्रवेश कर जाएंगे. वे इस राशि में 28 जुलाई तक रहेंगे. इस गोचर के साथ मंगल मीन राशि में विराजमान शनि के साथ मिलकर शक्तिशाली षडाष्टक योग का निर्माण करेंगे. 30 साल बाद बनने जा रहा यह योग कुछ राशियों के लिए बहुत भाग्यशाली होने जा रहा है. उनके अटके हुए काम पूरे हो सकते हैं. मनचाही इच्छाएं सफल हो सकती हैं. आइए जानते हैं कि वे राशियां कौन सी हैं.

षडाष्टक योग का राशियों पर प्रभाव

मिथुन राशि 

आपके लिए षडाष्टक राजयोग बनना काफी फायदेमंद साबित हो सकता है. आपकी कमाई के कई स्रोत बन सकते हैं, जिनसे आप अच्छा-खासा पैसा कमाने के साथ ही बढ़िया बचत करने में भी कामयाब हो सकते हैं. बिजनेस में आप कई डील कर सकते हैं. आप अपने कारोबार का विस्तार भी कर सकते हैं. नौकरीपेशा लोगों को अपनी मेहनत का शुभ फल मिलेगा. आपको जॉब में प्रमोशन समेत कोई बड़ी जिम्मेदारी भी मिल सकती है.

वृश्चिक राशि

मंगल-शनि के प्रभाव से आपके लिए सफलता के नए दरवाजे खुलेंगे. प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे जातकों को शुभ समाचार मिल सकते हैं. आप कोई बड़ा एग्जाम क्रैक कर सकते हैं. आपका बिजनेस बढ़िया चलेगा और आप उससे मुनाफा कमाएंगे. बेरोजगार युवाओं को नौकरी लग सकती है. जॉब बदलने की सोच रहे लोगों के लिए बढ़िया अवसर रहेगा. आप नई जगह स्विच कर सकते हैं.

मीन राशि 

यह योग आपकी कई परेशानियों का हल करने वाला हो सकता है. मैरिड लाइफ में चल रहे उतार-चढ़ाव खत्म हो सकते हैं. जीवनसाथी के साथ आपका प्रेमभाव बढ़ेगा. कारोबार में आप अच्छी सफलता अर्जित करेंगे. किसी सरकारी योजना में पैसा निवेश कर सकते हैं. आपके अटके हुए काम आगे बढ़ सकते हैं. परिवार में कोई शुभ या मांगलिक कार्य हो सकता है. बच्चों के साथ कहीं बाहर घूमने जाने का प्लान बन सकता है.

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