उत्तराखंड में आज भी जारी रहेगा बारिश का दौर

5 जिलों में कल और परसों के लिए मौसम का रेड अलर्ट

देहरादून: मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून के वैज्ञानिकों ने आज पूरे उत्तराखंड में बारिश का अनुमान जारी किया है. इसके साथ ही अनेक जगह आंधी-तूफान और ओलावृष्टि की भी चेतावनी है. पहाड़ी इलाकों में बर्फ गिरेगी. मौसम विभाग के अनुसार उत्तराखंड के 5 जिलों में आज अधिकांश जगह बारिश होगी. 6 जिलों में अनेक जगह बारिश का अनुमान है. 2 जगह कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होगी.

उत्तराखंड में पूरे हफ्ते रहेगा बारिश का दौर: जिन 5 जिलों में मौसम विभाग ने अधिकांश जगहों पर बारिश होने का अनुमान लगाया है, उनमें 3 जिले गढ़वाल मंडल में हैं और 2 जिले कुमाऊं मंडल के हैं. गढ़वाल मंडल के उत्तरकाशी, चमोली और रुद्रप्रयाग जिलों में अधिकांश जगह बारिश होने का अनुमान है. गौरतलब है कि ये तीनों चारधाम वाले जिले हैं, और इन दिनों चारधाम यात्रा चल रही है. कुमाऊं मंडल के पिथौरागढ़ और बागेश्वर जिलों में अधिकांश जगह बारिश होने का अनुमान है.

उत्तरकाशी में 2 दिन का रेड अलर्ट: इसके साथ ही इस पूरे हफ्ते के मौसम का अनुमान भी मौसम विज्ञान केंद्र ने जारी किया है. इस अनुमान के अनुसार 11 मई तक राज्य में लगातार बारिश होगी. 7 और 8 मई को भी बारिश का तेज-तर्रार रुख जारी रहेगा. 9, 10 और 11 मई को भी पूरे राज्य में बारिश होगी, लेकिन उसकी मात्रा थोड़ा कम हो सकती है. उत्तरकाशी जिले के लिए 7 और 8 मई को रेड अलर्ट जारी किया गया है.

चारधाम का तापमान: लगातार हो रही बारिश ने यमुनोत्री धाम का तापमान काफी गिरा दिया है. यमुनोत्री का अधिकतम तापमान 2° और न्यूनतम तापमान -6° सेल्सियस है. गंगोत्री धाम भी काफी ठंडा है. यहां का अधिकतम तापमान 8° और न्यूनतम तापमान -1° सेल्सियस है. केदारनाथ में भी हाड़ कंपा देने वाली ठंड है. यहां का अधिकतम तापमान 4° और न्यूनतम तापमान -4° सेल्सियस है. बदरीनाथ धाम भी काफी ठंडा है. यहां का अधिकतम तापमान 2° और न्यूनतम तापमान -4° सेल्सियस है.

चारधाम यात्रियों से सावधानी बरतने की अपील: पूरे हफ्ते मौसम बारिश वाला है तो चारधाम यात्रियों से विशेष सावधानी बरतने को कहा गया है. उनको मौसम का अपडेट लेकर ही आगे बढ़ने की सलाह दी गई है.

दरअसल उत्तरकाशी जिले में यमुनोत्री और गंगोत्री धाम हैं. यहां 7 और 8 मई को बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी है. चूंकि ये इलाके दुर्गम हैं तो लैंडस्लाइड और नालों के ओवर फ्लो होने से मार्ग भी बंद होने का डर रहता है. वहीं केदारनाथ धाम रुद्रप्रयाग जिले में है. यहां भी लैंडस्लाइड का खतरा कई जगह यात्रा मार्ग पर होता है. बदरीनाथ धाम चमोली जिले में है. ये रास्ता भी जगह-जगह लैंडस्लाइड के खतरों से भरा है. कई जगह बारिश में नाले उफान पर आ जाते हैं. ऐसे में सुरक्षित यात्रा के लिए रोजाना मौसम का अपडेट ले लें.

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