यूपी के मदरसों में बिना आधार कार्ड के एडमिशन नहीं
अभिभावकों के प्रवेश के लिए भी शपथ पत्र जरूरी

लखनऊ : यूपी के मदरसों में आधुनिक विषयों को अनिवार्य किए जाने पर अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री दानिश आजाद अंसारी ने कहा कि बच्चों के मदरसा पाठ्यक्रम को NCERT पाठ्यक्रम के साथ जोड़ा जाएगा। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार द्वारा मदरसों में आधुनिक विषयों को अनिवार्य किए जाने का फैसला जमीन पर सकारात्मक प्रभाव दिखा रहा है। जी हां अब ‘दीनी तालीम’ के साथ अब मदरसों में ‘मॉडर्न एजुकेशन’ भी दी जाएगी। मदरसों में अब बच्चों के एक हाथ में कुरान और दूसरे में कम्प्यूटर का सपना अब सच होने जा रहा है।
इतना ही नहीं अब उत्तर प्रदेश के मदरसों में गणित, विज्ञान और कम्प्यूटर भी शामिल किये जाएंगे। यह सब जानकारी देते हुये उत्तर प्रदेश में अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री दानिश आजाद अंसारी ने कहा कि अब राज्य के मदरसों में आधुनिक शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए दीनी तालीम के साथ अब मॉडर्न शिक्षा से जुड़े विषय भी पढ़ाये जाएंगे।
अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री दानिश आजाद अंसारी ने कहा कि,बच्चों के मदरसा पाठ्यक्रम को NCERT सिलेबस के साथ जोड़ा जाएगा। माना जा रहा है कि इस नई योजना से मदरसों के 15 लाख से अधिक छात्रों को बेहतर शिक्षा पद्धति मिलेगी।मंत्री दानिश आजाद अंसारी ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के बयान पर कहा, ‘ऑपरेशन सिंदूर के बाद जिस तरह से हमारे देश की सेना ने पाकिस्तान को करारी शिकस्त दी, उससे कांग्रेस हैरान और परेशान है। क्या ऑपरेशन सिंदूर की सफलता कांग्रेस पार्टी के लिए चिंता का कारण है? इस समय कांग्रेस पार्टी का ऐसा बयान बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है।
वही उत्तर प्रदेश के मदरसों में अब बिना आधार कार्ड के किसी को प्रवेश नहीं मिलेगा मदरसे में दाखिले के समय अभिभावकों का भी आधार कार्ड जमा करना आवश्यक होगा।अभिभावकों से एक शपथ पत्र भी लिया जाएगा जिसमें लिखा होगा कि,अपनी मर्जी से बच्चे का मदरसे में प्रवेश करा रहे हैं।
जमीअत उलमा ए हिंद की ओर से इसे अनिवार्य किया गया है,जमीअल उलमा के सेंट्रल जोन की दो दिवसीय बैठक में मदरसों में सुधार पर चर्चा की गई जहां मदरसों की तालीमी निजाम (शिक्षा की व्यवस्था),आंतरिक व्यवस्था और प्रवेश प्रक्रिया में बदलाव पर मंथन किया गया।बैठक में जमीअल उलमा ए हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी ने शिरकत की।