उत्तराखंड परिवहन के कारण दिल्ली जाने वाली बसें 1 नवंबर से बंद
दिल्ली सरकार के सख्त निर्देशों, बीएस-6 या सीएनजी बसें ही दिल्ली आयेंगी

देहरादून: उत्तराखंड से दिल्ली संचालित होने वाली पुरानी डीजल बसों को लेकर उत्तराखंड परिवहन निगम गत तीन साल से बेफिक्र बना हुआ है। चेतावनी-दर-चेतावनी मिलने के बावजूद निगम प्रबंधन मानता रहा है कि पूर्व की तरह हर बार राहत मिलती रहेगी, लेकिन जब बुधवार को दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने साफ कर दिया कि एक नवंबर के बाद दिल्ली में केवल बीएस-6, सीएनजी व इलेक्ट्रिक वाहन ही चलेंगे, ऐसे में परिवहन निगम के हाथ-पांव फूल गए हैं।
इसका सीधा मतलब है कि एक नवंबर से प्रदेश के विभिन्न शहरों से दिल्ली जाने वाली 194 बसों के पहिये थम जाएंगे। निगम प्रदेशभर से दिल्ली के लिए 504 बसों का संचालन नियमित करता है, पर इनमें 194 बसें पुरानी हैं, जो दिल्ली के लिए अनुमन्य नहीं होंगी।
दिल्ली के परिवहन विभाग की ओर से सभी राज्यों को वर्ष-2022 से लगातार पत्र भेजकर सचेत किया जा रहा था कि वह नई बीएस-6, सीएनजी या इलेक्ट्रिक बसों का प्रबंध कर लें, लेकिन उत्तराखंड परिवहन निगम ने ऐसा नहीं किया। हालांकि, इस अवधि में उत्तर प्रदेश, हिमाचल, हरियाणा, पंजाब व राजस्थान परिवहन निगमों ने नई बसें खरीद लीं।
पिछले वर्ष अगस्त में भी दिल्ली सरकार ने उत्तराखंड परिवहन निगम को पत्र भेज एक नवंबर से बसों पर प्रतिबंध लगाने की चेतावनी दी थी, लेकिन उत्तराखंड परिवहन निगम इसे सिर्फ चेतावनी मानता रहा। यही कारण रहा कि 16 नवंबर-2024 को उत्तराखंड की पुरानी बसों के दिल्ली में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया था।