इजरायल के हमले के बाद ईरान का पलटवार
100 से ज्यादा विस्फोटक ड्रोन से हमला

तेल अवीव : मिडिल ईस्ट में तनाव अब चरम पर पहुंच चुका है। ईरान ने 100 से ज्यादा हथियारबंद ड्रोन के साथ इजरायल पर हमला किया है। इसके बाद मिसाइल हमला किया जाएगा। अमेरिकी और इजरायली मीडिया के मुताबिक यह हमला तेहरान की तरफ से ऑपरेशन राइज़िंग लॉयन के जवाब में किया गया है, जिसमें इजरायल ने ईरान की परमाणु केन्द्रों और ईरानी परमाणु वैज्ञानिकों पर हमला किया था।
इस्लामी रिपब्लिक ऑफ ईरान ने कहा है कि “ईरान के साथ युद्ध शुरू करना शेर की दुम मरोड़ने जैसा है।” इसने अपने बयान में कहा है कि “दुनिया अब ईरान के संवर्धन, परमाणु टेक्नोलॉजी और मिसाइल क्षमता के अधिकार पर जोर देने को बेहतर ढंग से समझती है।”
ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने कहा कि इजरायली हमले अमेरिका की मंजूरी या कॉर्डिनेशन के बिना नहीं हो सकते थे। अराघची ने कहा, “इस शासन के मुख्य समर्थक के रूप में संयुक्त राज्य अमेरिका को इस लापरवाह साहसिक कार्य के खतरनाक परिणामों के लिए जवाबदेह ठहराया जाएगा।”
इजरायल डिफेंस फोर्स ने पुष्टि की है कि ईरान ने परमाणु स्थल पर हमले के जवाब में इजरायल पर 100 से अधिक ड्रोन दागे हैं। आईडीएफ ने यह स्पष्ट नहीं किया है कि वे इजरायल कब पहुंचेंगे, लेकिन IDF ने कहा है कि ऐसे ड्रोनों को इजरायल पहुंचने में कई घंटे लगेंगे।
IDF प्रवक्ता एफी डेफ्रिन ने शुक्रवार सुबह एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया है कि ईरान ने हाल के घंटों में इजरायल की ओर 100 से ज्यादा ड्रोन लॉन्च किए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि 200 से ज्यादा IDF विमानों ने 330 से ज्यादा गोला-बारूद के साथ ईरान में 100 से ज्यादा ठिकानों पर हमला किया है।
इजरायल के पास अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस और अन्य देशों का एक व्यापक गठबंधन था जो इसे बचाने में मदद कर रहा था। लेकिन इस बार फिलहाल ये साफ नहीं है कि इजरायल के पास ऐसा कोई गठबंधन है या नहीं। फिलहाल ये तय नहीं है कि इजरायल ने अपने ही दम पर इस जंग को शुरू किया है या अमेरिका से मदद मिल रही है।