उत्तराखंड बोर्ड के मेधावी छात्रों के लिए खुशखबरी
हायर एजुकेशन के लिए मिलेंगे कुल 76 हजार रुपये

देहरादून : उत्तराखंड बोर्ड में अच्छे अंक लाने वाले मेधावी बच्चों को आगे उच्च शिक्षा की पढ़ाई के लिए प्रोत्साहन के रूप में केद्रीय छात्रवृत्ति मिलेगी। इसके लिए उत्तराखंड बोर्ड के टाप 20 प्रतिशत छात्र-छात्राओं का चयन किया गया है। चयन के बाद मंत्रालय की ओर से स्नातक की तीन साल की पढ़ाई के लिए 36 हजार रुपये व परास्नातक की पढ़ाई के लिए 40 हजार रुपये की छात्रवृत्ति दी जाएगी। पांच साल तक छात्रवृत्ति जारी रखने के लिए हर साल नवीनीकरण कराना जरूरी है।
इंटरमीडिएट करने के बाद मेधावी बच्चों को उच्च शिक्षण संस्थानों में पढ़ाई के लिए शिक्षा मंत्रालय, (मानव संसाधन विकास मंत्रालय) भारत सरकार की ओर से पांच साल तक कुल 76 हजार रुपये की छात्रवृत्ति दी जाती है।उत्तराखंड बोर्ड ने विज्ञान, वाणिज्य व कला वर्ग के टाप अंक लाने वाले 20 प्रतिशत छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति के लिए योग्य पाया है। जिनकी संख्या 17693 है। इसमें विज्ञान वर्ग के 8578, वाणिज्य वर्ग के 915 व कला वर्ग में 8200 छात्र-छात्राएं योग्य पाए गए हैं।
31 अक्टूबर तक शिक्षा मंत्रालय की ओर से आनलाइन आवेदन आमंत्रित किए गए हैं।उत्तराखंड बोर्ड के अधिकारियों ने बताया कि राज्य के लिए छात्र-छात्राओं के लिए 616 सीट का कोटा होता है। छात्रवृत्ति के लिए चयन शिक्षा मंत्रालय ही करता है। बोर्ड ने सूची बनाकर विभागीय वेबसाइट में अपलोड कर दी है। विश्वविद्यालयों में भी यह सूची भेजी जाती है। छात्र-छात्राएं आवेदन कर सकते हैं।
इंटरमीडिएट करने के बाद मेधावी बच्चों को उच्च शिक्षण संस्थानों में पढ़ाई के लिए शिक्षा मंत्रालय, (मानव संसाधन विकास मंत्रालय) भारत सरकार की ओर से पांच साल तक कुल 76 हजार रुपये की छात्रवृत्ति दी जाती है।उत्तराखंड बोर्ड ने विज्ञान, वाणिज्य व कला वर्ग के टाप अंक लाने वाले 20 प्रतिशत छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति के लिए योग्य पाया है। जिनकी संख्या 17693 है। इसमें विज्ञान वर्ग के 8578, वाणिज्य वर्ग के 915 व कला वर्ग में 8200 छात्र-छात्राएं योग्य पाए गए हैं।
31 अक्टूबर तक शिक्षा मंत्रालय की ओर से आनलाइन आवेदन आमंत्रित किए गए हैं।उत्तराखंड बोर्ड के अधिकारियों ने बताया कि राज्य के लिए छात्र-छात्राओं के लिए 616 सीट का कोटा होता है। छात्रवृत्ति के लिए चयन शिक्षा मंत्रालय ही करता है। बोर्ड ने सूची बनाकर विभागीय वेबसाइट में अपलोड कर दी है। विश्वविद्यालयों में भी यह सूची भेजी जाती है। छात्र-छात्राएं आवेदन कर सकते हैं।