लिपुलेख और मिलम मार्ग पर चीन सीमा का सम्पर्क बहाल

आदि कैलास यात्री और अन्य फंसे हुए लोग निकल गए

धारचूला /मुनस्यारी (उत्तराखण्ड) : पिथौरागढ़ -तवाघाट हाईवे और मुनस्यारी -धापा -रलगाड़ी मोटर मार्ग यातायात के लिए खुल चुके हैं। दोनों मार्गो के खुलने से फंसे आदि कैलास यात्री सहित अन्य लोग और वाहन निकल चुके हैं। वहीं मुनस्यारी – रलगाड़ी मार्ग खुलने से विगत दस दिनों से अधिक समय से फंसे लोग मुनस्यारी पहुंच रहे हैं साथ ही फंसे वाहन भी निकाले जा रहे हैं।

दोनों मार्ग खुलने से चीन सीमा का सम्पर्क बहाल हो चुका है। जिससे सीमा पर रहने वालों को राहत मिली है। तवाघाट हाईवे शुक्रवार अपरान्ह के बाद कूलागाडृ में बंद हो गया था। शनिवार को दो अन्य स्थानों पर भी मलबा आने से स्थिति गंभीर हो गई थी। दोपहर बाद बीआरओ द्वारा तेजी के कार्य करने के बाद सायं को मार्ग खोल दिया गया है।

मार्ग खुलने से आदि कैलास यात्रा सुचारु होने के साथ ही फंसे लोग व वाहन निकल कर धारचूला पहुंच चुके हैं। मुनस्यारी में विगत दस दिनों से भी अधिक समय से बंद निर्माणाधीन मुनस्यारी -धापा -मिलम मार्ग शनिवार को खुल चुका है। रलगाड़ी के निकट बोल्डरों के गिरने से मार्ग बंद था। मार्ग बंद होने मिलम ट्रेक पर गए ट्रेकर्स मय वाहन के फंसे थे। फंसे अधिकांश लोग वाहन बोगडियार में छोड़ कर आ गए थे।

बीआरओ द्वारा तेजी से मार्ग खोलने का कार्य किया गया। शनिवार को मार्ग खोल दिया गया है। दोनों मार्ग खुलने से चीन सीमा से लगी तीनों उच्च हिमालयी घाटियां व्यास, दारमा और जोहार के माइग्रेशन में गए ग्रामीणों को राहत मिली है।

मार्ग खुलने से आदि कैलास यात्रा सुचारु होने के साथ ही फंसे लोग व वाहन निकल कर धारचूला पहुंच चुके हैं। मुनस्यारी में विगत दस दिनों से भी अधिक समय से बंद निर्माणाधीन मुनस्यारी -धापा -मिलम मार्ग शनिवार को खुल चुका है। रलगाड़ी के निकट बोल्डरों के गिरने से मार्ग बंद था। मार्ग बंद होने मिलम ट्रेक पर गए ट्रेकर्स मय वाहन के फंसे थे। फंसे अधिकांश लोग वाहन बोगडियार में छोड़ कर आ गए थे।

बीआरओ द्वारा तेजी से मार्ग खोलने का कार्य किया गया। शनिवार को मार्ग खोल दिया गया है। दोनों मार्ग खुलने से चीन सीमा से लगी तीनों उच्च हिमालयी घाटियां व्यास, दारमा और जोहार के माइग्रेशन में गए ग्रामीणों को राहत मिली है।

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