धोखाधड़ी रोकने को बैंकों की तरह डाकघर अपग्रेड का नया वर्जन
लखनऊ : धोखाधड़ी रोकने के लिए डाकघरों को बैंकों की तरह अपग्रेड किया जा रहा है। सॉफ्टवेयर आईटी 2.0 नया वर्जन मंगलवार से लागू किया जाएगा। इससे डाकघरों की वकिंग तेज हो जाएगी और ग्राहकों को राहत मिलेगी।
जीपीओ व चौक प्रधान डाकघर हैं। राजधानी में इन्हें मिलाकर 127 छोटे-बड़े डाकघर हैं। आए दिन सर्वर डाउन व सुस्त होने की शिकायतें आती हैं। धोखाधड़ी कर ग्राहकों के खातों से धनराशि निकाल ली जाती है। ऐसे में बचाव के तहत नया वर्जन लागू किया जा रहा है। इससे फर्जीवाड़े पर लगाम लग सकेगी। 15 जुलाई से शहर के सभी डाकखानों में 2.0 सिस्टम लागू करने की तैयारी है। बैंकों की तरह डाकखाने अपग्रेड हो रहे हैं।
कर्मचारियों को नए सॉफ्टवेयर पर काम करने का प्रशिक्षण न्यू हैदराबाद स्थित प्रवर डाक अधीक्षक कायर्यालय में दिया जा रहा है। नया सिस्टम दो फेज में लागू होगा। पहले के तह 15 जुलाई को जीपीओ व चौक प्रधान कायर्यालयों में इस सिस्टम को लागू किया जाएगा। बाराबंकी प्रधान कार्यालय में सॉफ्टवेयर की लॉन्चिग होगी। दूसरे फेज में अन्य डाकघरों में इसे लागू किया जाएगा। इस सिस्टम के लागू होने पर ग्राहक सुरक्षित और पारदर्शी लेनदेन कर सकेंगे। कर्मचारियों को न्यू हैदरावाद में ट्रेनिंग दी जा रही है।
ऐसे काम करेगा सिस्टम
डाकघर में नया सिस्टम लागू होने पर बैंकों की तरह सुविधाएं मिलेंगी। ग्राहकों को ऑनलाइन लेनदेन, पासबुक अपडेट और एटीएम सेवाएं आसानी से मिलेंगी। साथ ही सवर भी तेज हो जाएगा। इससे ग्राहकों को वैरंग नहीं लौटना पडेगा।