शाहजहांपुर में गुरुकुल के छात्र की हत्या, दोस्त ही निकला कातिल
पुलिस ने आरोपी छात्र को जेल भेज दिया है. खुन से सना लोअर बक्से से बरामद
शाहजहांपुर : गुरुकुल महाविद्यालय में 7 जुलाई को कक्षा 6 में पढ़ने वाले छात्र की हत्या उसके दोस्त ने ही की थी. पुलिस ने गुरुकुल में ही पढ़ने वाले आरोपी छात्र को गिरफ्तार कर लिया है. दोनों में बिस्तर पर लेटने को लेकर विवाद हुआ था, जिसके बाद 13 साल के छात्र की हत्या कर दी थी. फिलहाल पुलिस ने साथी छात्र की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किए गए 18 साल के छात्र को जेल भेज दिया है.
थाना तिलहर क्षेत्र के रुद्रपुर गुरुकुल महाविद्यालय में छात्र अनुराग की खून से लथपथ लाश मिली थी. शुरुआत में पुलिस और गुरुकुल प्रशासन ने इसे दुर्घटना बताया, लेकिन पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में छात्र के सिर की हड्डी टूटी पाई गई थी. शरीर पर कई चोटों के निशान मिले थे. इसके बाद पुलिस ने 6 टीमें लगाई थीं.
सभी छात्रों से हुई सख्ती से पूछताछ : पुलिस ने गुरुकुल में पढ़ने वाले सभी छात्रों से सख्ती से पूछताछ की. तीन टीचरों को भी हिरासत में लिया गया था. कई स्तर पर पूछताछ करने के बाद पुलिस ने राम लखन नाम के छात्र को गिरफ्तार किया. पूछताछ में पता चला कि गुरुकुल के बाहर बने एक कमरे में दोनों छात्रों के बीच विवाद हुआ था. इसके बाद राम लखन ने रात में ही उसके सिर पर अपने पैर से मारा, कोहनी से हमला करके उसकी हत्या कर दी.
मारपीट में उसके कपड़ों में भी खून लग गया था, जिसे उसने एक बॉक्स में छुपा दिया था. पुलिस ने खून से सना हुआ राम लखन का लोअर भी बरामद कर लिया है. गुरुकुल में पढ़ने वाले आधे से ज्यादा बच्चे अपने घर वापस चले गए हैं.
यज्ञशाला में चटाई पर लेटा था अनुराग : एसपी राजेश द्विवेदी ने बताया, 7/8 जुलाई की रात को छात्र अनुराग यादव यज्ञशाला में चटाई पर अपने साथी सुधांशु के साथ लेटा था. वहीं कक्षा 7 में पढ़ने वाला शिवाराज भी सोया हुआ था. शिवाराज की मच्छरदानी फटी हुई थी. रामलखन और शिवाराज ने लगभग 11:00 बजे रात तक सुई-धागे से मच्छरदानी की सिलाई की. इसके बाद शिवाराज अपनी मच्छरदानी में लेट गया.
रामलखन ने बताया कि यज्ञशाला में जिस स्थान पर अनुराग सोता था, वहां सोने को लेकर पहले भी दोनों के बीच कहासुनी हो चुकी थी. अनुराग ने रामलखन को अपशब्द कहे से जिससे वह दुखी था. रामलखन ने अनुराग को मारने का मन बना लिया था. 7/8 जुलाई को रामलखन ने पहले बाथरूम में यह देखने के लिए गया कि कोई जाग तो नहीं रहा, 5 मिनट बाद वापस आ गया.
मुंह और नाक से निकल रहा था खून :- यज्ञशाला में सभी छात्र सोए हुए थे. रामलखन ने अनुराग को फिर से साइड होने को कहा, लेकिन अनुराग ने मना कर दिया और कुछ बड़बड़ाने लगा. जिससे रामलखन ने गुस्से में अपने पैर से अनुराग के सिर पर जोरदार वार किया, फिर एक हाथ से गर्दन व सिर दबाकर दूसरे हाथ से कान के पास तीन-चार जोरदार घूंसे मारे, जिससे अनुराग अचेत हो गया और उसके मुंह व नाक से खून निकलने लगा.
रामलखन घटना के समय आसमानी सफेद पट्टीदार लोअर पहना हुआ था, जो खून से सन गया. घटना के बाद वह चुपचाप अपनी चटाई पर जाकर सो गया. रात लगभग 3:30 बजे माधव और योगेंद्र जग गए, दोनों ने बताया कि अनुराग के मुंह से खून आ रहा है. इसपर रामलखन ने दोनों को धमका कर चुप रहने को कहा.
लोअर को धोने की प्लानिंग थी :- बाद में माधव और योगेंद्र ने उत्तम व प्रणव को जगाया, तब रामलखन खुद को निर्दोष दिखाने के लिए सचिन को जगाने चला गया. रामलखन ने बताया कि घटना के समय पहना हुआ लोअर, जिस पर अनुराग का खून लगा था, उसने चुपचाप निकालकर अपने बक्से में छिपा दिया था, जिसे बाद में धोने की योजना थी, लेकिन मौका नहीं मिला.