कानपुर : बोमन ईरानी ने साझा किया अपने संघर्ष भरे जीवन का सफर
एबल 2025– अकादमी फर बिजनेस लीडरशिप एंड एक्सीलेंस कार्यक्रम

कानपुर : मुन्नाभाई एमबीबीएस फिल्म का गाना चंदा मामा सो गए सूरज चाचू जागे… गाना बजने के बीच डा. अस्थाना यानी अभिनेता बोमन ईरानी साइकिल चलाकर जैसे ही सभागार में प्रशंसकों के बीच पहुंचे। सभी ने अपने चहेते अभिनेता का तालियों की गड़गड़ाहाट से उनका स्वागत किया। मौका था शनिवार को जेसीआइ इंडिया द्वारा बिठूर स्थित गंगा वैली होटल में आयोजित एबल 2025– अकादमी फर बिजनेस लीडरशिप एंड एक्सीलेंस के दूसरे दिन जूनून विद इन पावर टाक शो का।
अभिनेता बोमन ईरानी ने अपनी झिझक, बोलने का डर और मंच पर आने की घबराहट को अपनी ताकत में बदलने के बारे में और जीवन के संघर्ष को संस्मरण के जरिये प्रशसंकों को बताया। उन्होंने कहा कि डर इंसान को रोकता नहीं, तराशता है। जब हम उसका सामना करते हैं, तभी हम असली रूप से मजबूत बनते हैं। डर का सामना करने वाले इंसान ही हर परिस्थिति के लिए मजबूत बनते हैं।
उन्होंने कहा कि प्रसिद्धि किसी को बदलती नहीं, बल्कि उसके भीतर की असलियत को उजागर करती है। यदि आप विनम्र हैं, तो प्रसिद्धि आपको और विनम्र बनाएगी, लेकिन यदि आप अभिमानी हैं, तो वही और अधिक स्पष्ट हो जाएगा। असफलता को उन्होंने फीडबैक बताया, न कि अंत। साथ ही कहा कि व्यक्ति को उससे सीखकर आगे बढ़ना चाहिए। बैटमैन का उदाहरण देते हुए कहा कि जब हम अपने डर का सामना करते हैं, तो वह डर हम पर हावी नहीं रह जाता।
उन्होंने प्रतिभागियों से जीवन, संघर्ष और सफलता से जुड़े प्रेरणादायक अनुभव साझा किए। अभिनेता बोमन ईरानी व जेसीआइ अध्यक्ष प्रनीत अग्रवाल ने जेसीआइ की ऐश्वर्य गर्ग द्वारा अल्प आय वर्ग के लोगों के घरों में होने वाले मांगलिक कार्यक्रमों के लिये बनाए जा रहे मंगल भवन में अतुलनीय योगदान के लिए सर्वश्रेष्ठ चीफ टार्च बेयरर का सम्मान दिया।
यहां सीएसजेएमयू कुलपति विनय कुमार पाठक, डीएम जितेन्द्र प्रताप सिंह, सीडीओ दीक्षा जैन, जेसीआइ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष लक्ष्मण शर्मा, श्रुति जैन, नेहा गर्ग, दीपक नाहर, श्रीनिवासन, विकास गुग्लिया, डा. दीपक मकवाना, हरीश गोपाल सहित कई उद्यमी व समाजसेवी मौजूद रहे।