अचानक राहुल गांधी पर बरसे देवेंद्र फडणवीस, सुनाई खरी-खरी
राहुल गांधी ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर इलेक्शन कमीशन के डाटा पर सवाल खड़े किए, जिसे लेकर कई नता और सांसद उनसे मांफी मांगने की मांग कर रहे हैं.

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बीते सोमवार 3 फरवरी 2025 को संसद में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर गंभीर आरोप लगाए. गांधी ने कहा कि लोकसभा चुनाव और महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के बीच कुछ ही महीनों में प्रदेश में मतदाताओं की संख्या हिमाचल प्रदेश की आबादी के बराबर बढ़ गई. वहीं अब राहुल के इस बयान का महाराष्ट्र के मख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने विरोध जताया है.
देवेंद्र फडणवीस ने किया पोस्ट
राहुल गांधी का आरोप था कि महाराष्ट्र में स्टेट इलेक्शन और लोकसभा चुनाव के बीच मतदाता सूची में 70 लाख नए वोटर शामिल किए. देवेंद्र फडणवीस ने इन आरोपों को लेकर राहुल गांधी से माफी मांगने के लिए कहा है. उन्होंने एपने सोशल मीडिया अकाउंट ‘X’पर एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा,’ महाराष्ट्र का अपमान करने के बजाय आत्मचिंतन करें, आपने छत्रपति शिवाजी महाराज, भारतरत्न डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर, महात्मा फुले और वीर सावरकर की भूमिसमेत महाराष्ट्र के लोगों का अपमान किया है.’
CM ने आगे कहा,’ आपने महाराष्ट्र के लोगों द्वारा NDA को दिए गए लोकतांत्रिक जनादेश पर सिर्फ इसलिए सवाल उठाया है क्योंकि आपकी पार्टी हार गई थी. आप आत्ममंथन करने के बजाय बदनामी में लगे हुए हैं.’ इसके लिए महाराष्ट्र की जनता आपको माफ नहीं करेगी. क्षमा करें श्रीमान राहुल गांधी जी.’
राहुल गांधी का बयान
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने लोकसभा में कहा था, ‘मैं इस सदन के ध्यान में महाराष्ट्र चुनावों के बारे में कुछ आंकड़ों और जानकारी को लाना चाहता हूं. लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव के बीच करीब 70 लाख नए मतदाता अचानक आ गए. हम चुनाव आयोग से कह रहे हैं कि कृपया हमें लोकसभा और विधानसभा चुनाव के सभी मतदाताओं के नाम, पते और मतदान केंद्रों की जानकारी दें, ताकि हम गणना कर सकें कि ये नए मतदाता कौन हैं. मुझे पूरा भरोसा है कि चुनाव आयोग हमें यह जानकारी देगा.
भाजपा सांसद का राहुल पर निशाना
लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान राहुल गांधी की ओर से महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर इलेक्शन कमीशन के डाटा पर सवाल खड़े किए गए. वहीं अब कांग्रेस के आरोपों का जवाब देते हुए भाजपा सांसद पीपी चौधरी ने कहा,’ संसद ने वोटर लिस्ट में नाम जोड़ने और हटाने को लेकर कानून बनाया है. मुझे लगता है कि उनका यह बयान अज्ञानता के कारण है, क्योंकि उन्होंने कानून को नहीं पढ़ा है. कानून में सभी प्रावधान है. आपको लगता है कि यह गलत है, तो आप आपत्ति कर सकते हैं. यहां सवाल उठाना यह दर्शाता है कि उन्हें कानून की जानकारी नहीं है.’