पहलगाम हमले पर खरगे ने पीएम मोदी को दिया ये खास मैसेज

देश की एकता को सर्वोपरि, सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं

नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए दिल दहला देने वाले आतंकवादी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। इस हमले में 28 बेगुनाह लोगों की जान चली गई, जिनमें कर्नाटक के दो नागरिक भी शामिल थे। इस दुखद घटना के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने केंद्र सरकार को इस संकट की घड़ी में पूर्ण समर्थन का ऐलान करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को एकजुटता और सहयोग का संदेश दिया है। लेकिन, साथ ही उन्होंने पीएम के सर्वदलीय बैठक में शामिल न होने पर तीखी नाराजगी भी जताई।

इस घटना पर विपक्ष भी सरकार का साथ दे रहा है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पहलगाम हमले के दोषियों के खिलाफ कार्रवाई में पूर्ण समर्थन का ऐलान किया है. खरगे ने रविवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा हमले के दोषियों के खिलाफ सरकार जो कार्रवाई करेगी, हम उसका पूरा समर्थन करेंगे.

पूरी ताकत लगा दीजिए, हम साथ हैं- खरगे
खरगे ने पहलगाम आतंकी हमले की कड़ी निंदा करते हुए मोदी सरकार से आतंकियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की अपील की थी. उन्होंने कहा था कि यह हमला देश की एकता पर कायरतापूर्ण हमला है. खरगे ने पीड़ित परिवारों से बातचीत की और केंद्र सरकार से जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा व्यवस्था बेहतर करने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि यह राजनीति का समय नहीं, बल्कि न्याय दिलाने का समय है.

मैं रहूं या न रहूं, लेकिन देश तो रहेगा- खरगे
उन्होंने कहा कि देश महत्वपूर्ण है. धर्म और भाषा बाद में आते हैं इसलिए हम सभी को देश के लिए मिलकर लड़ना चाहिए. मैं रहूं या न रहूं, लेकिन देश तो रहेगा. यही बात प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह पर भी लागू होती है. मैंने कई बार कहा है कि हम सरकार को समर्थन देते हैं. सबको साथ लेकर काम करने से चीजें आसान हो जाती हैं. एक-दूसरे की आलोचना करते रहना ठीक नहीं होगा.

‘सरकार ने सुरक्षा चूक की बात स्वीकारी’
खरगे ने इसको लेकर एक दिन पहले भी पीएम मोदी की आलोचना की थी. मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि बैठक में मैंने सबसे पहला सवाल यही उठाया कि जब सरकार बैठक बुलाती है तो उस बैठक में प्रधानमंत्री को मौजूद रहना चाहिए लेकिन वो मौजूद नहीं थे. बैठक में सरकार ने सुरक्षा चूक की बात स्वीकार की थी. पहलगाम आतंकी हमले में कम से कम 26 लोगों की जान चली गई थी और कई अन्य घायल हुए थे. सर्वदलीय बैठक में भाग लेने के बजाय पीएम मोदी बिहार में चुनावी रैली को संबोधित कर रहे थे. यह ठीक नहीं था.

 

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