उत्तराखंड में आयुर्वेद डायटीशियन कोर्स शुरू करने की तैयारी
जल्द ही शासन से अनुमति मिलने की उम्मीद

देहरादून : आयुर्वेद डायटीशियन कोर्स शुरू करने के लिए भारतीय चिकित्सा परिषद को जल्द ही शासन से अनुमति मिलने की उम्मीद है। वहीं आयुष शिक्षा में सुधार के लिए भारतीय चिकित्सा परिषद ने सरकार को प्रस्ताव भेजा है। भारतीय चिकित्सा परिषद को जल्द ही शासन से अनुमति मिलने की उम्मीद है।
नए शैक्षिक सत्र 2025-26 से प्रदेश में आयुर्वेद डायटीशियन कोर्स शुरू करने की तैयारी है। इसके अलावा एलोपैथी की तर्ज पर आयुर्वेद फार्मासिस्टों को दवा बिक्री लाइसेंस देने की कवायद चल रही है। इससे 300 से अधिक आयुर्वेद फार्मासिस्टों को रोजगार उपलब्ध होगा।
भारतीय चिकित्सा परिषद की रजिस्ट्रार नर्वदा गुसाईं ने बताया कि आयुष शिक्षा में सुधार के लिए परिषद की ओर से प्रस्ताव शासन को भेजे गए हैं। इसके अलावा आयुर्वेद पैरामेडिकल पाठ्यक्रम आयुर्वेद फार्मेसी, नर्सिंग, पंचकर्म सहायक, योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा सहायक पर कार्यशाला कराई जाएगी।
जुलाई माह से इन पाठ्यक्रमों में नए शैक्षिक सत्र के लिए प्रवेश प्रक्रिया शुरू की जाएगी। पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए अर्हताओं में छूट के लिए प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। उन्होंने बताया कि एलोपैथी चिकित्सा में फार्मासिस्टों को दवाइयां बिक्री के लिए लाइसेंस जारी किए जाते हैं। जबकि आयुर्वेद में अभी तक ऐसी व्यवस्था नहीं है। इसके लिए परिषद ने आयुर्वेद फार्मासिस्टों को दवा बिक्री का अधिकार देने के लिए प्रस्ताव सरकार को भेजा है। यदि सरकार की ओर से अनुमति मिलती है तो प्रदेश के 300 से अधिक फार्मासिस्टों को रोजगार प्राप्त होगा।
– एलोपैथी की तर्ज पर आयुर्वेद फार्मासिस्टों को दवा बिक्री लाइसेंस देने की कवायद
– आयुष शिक्षा में सुधार के लिए भारतीय चिकित्सा परिषद ने सरकार को भेजे प्रस्ताव
– शैक्षिक सत्र 2025-26 के लिए जुलाई माह से शुरू होगी प्रवेश प्रक्रिया