कांवड़ यात्रा से पहले सीएम योगी की चेतावनी
कहा-त्योहारों में भड़काऊ नारे, हथियार प्रदर्शन बर्दाश्त, कड़ी सुरक्षा और अनुशासन के निर्देश

लखनऊ : आगामी पर्व त्योहारों को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार देर शाम शासन स्तर के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की. बैठक में प्रदेश के समस्त पुलिस आयुक्तों, मंडलायुक्तों, जिलाधिकारियों और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों के साथ संवाद हुआ. जिसमें मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि सभी आयोजन श्रद्धा, सुरक्षा और समरसता के साथ सम्पन्न कराए जाने चाहिए. इसके लिए प्रशासनिक मशीनरी को पूरी संवेदनशीलता और सतर्कता के साथ कार्य करना होगा.
आदेश की प्रतीक्षा कतई न करेंः बैठक में मुख्यमंत्री ने एक अत्यंत संवेदनशील विषय ‘जातीय संघर्ष की साजिशों’ पर चर्चा की. उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि विगत कुछ समय से कुछ अराजक तत्व प्रदेश में जातीय विद्वेष फैलाने का षड्यंत्र कर रहे हैं. कौशांबी, इटावा और औरैया जैसी घटनाएं इसकी पुष्टि करती हैं. उन्होंने दो टूक चेतावनी देते हुए कहा कि ऐसी कुत्सित कोशिशें प्रदेशहित के विरुद्ध हैं और किसी भी स्थिति में स्वीकार्य नहीं होंगी. इन साजिशों का तत्काल पर्दाफाश करें, दोषियों की पहचान सार्वजनिक करें और उनके विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई करें.
मुख्यमंत्री ने प्रशासन को यह भी निर्देश दिया कि कार्रवाई के लिए शासन से आदेश की प्रतीक्षा कतई न करें, तत्परता से और कानूनसम्मत कार्रवाई करें. जनशिकायतों के निस्तारण को लेकर मुख्यमंत्री ने सीएम हेल्पलाइन और आईजीआरएस पोर्टल पर प्राप्त आवेदनों की समीक्षा करते हुए कहा कि कुछ जिलों में निस्तारण की स्थिति संतोषजनक नहीं है। ऐसे जिलों को तत्काल अपनी कार्यप्रणाली में सुधार लाना होगा अन्यथा उत्तरदायित्व तय किया जाएगा.
श्रावण मास पर हो मंदिरों की सफाई
सीएम ने कहा कि 11 जुलाई से 9 अगस्त तक पवित्र श्रावण मास के दौरान कांवड़ यात्रा, श्रावणी शिवरात्रि, नागपंचमी और रक्षाबंधन पर्व मनाए जाएंगे। वहींं 27 जून से 8 जुलाई तक जगन्नाथ रथ यात्रा तथा 27 जून से 7 जुलाई तक मोहर्रम है। यह समय कानून-व्यवस्था, चिकित्सा, स्वच्छता, शिक्षा और आपदा प्रबंधन के लिहाज से अत्यंत संवेदनशील है।
कांवड़ यात्रा आस्था, अनुशासन और उल्लास का प्रतीक है। उत्तराखंड सीमा से सटे जिलोंं सहित गाजियाबाद, मेरठ, बरेली, अयोध्या, प्रयागराज, काशी, बाराबंकी और बस्ती जैसे जिले विशेष सतर्कता बरतें। धार्मिक यात्राओं में अस्त्र-शस्त्र का प्रदर्शन और धार्मिक प्रतीकों का राजनीतिक उपयोग सौहार्द को खंडित कर सकते हैं, जिन पर सख्ती से रोक लगनी चाहिए। ड्रोन से निगरानी की जाए। सोशल मीडिया आदि पर फेक न्यूज और अफवाहों का त्वरित खंडन और सही सूचना का प्रसारण जरूरी है।
कांवड़ यात्रा के लिए सीएम ने दिए विशेष निर्देश
कांवड़ यात्रा के लिए विशेष निर्देश देते हुए योगी ने कहा कि यह आस्था और अनुशासन का प्रतीक है। गाजियाबाद, मेरठ, बरेली, अयोध्या, प्रयागराज, काशी, बाराबंकी, बस्ती और उत्तराखंड सीमा से सटे जिलों में विशेष सतर्कता बरती जाए। डीजे, ढोल-ताशे और संगीत की आवाज तय मानकों के अनुसार हो। डीजे, ताजिया और रथ की ऊंचाई भी निर्धारित सीमा से ज्यादा नहीं होनी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने सख्ती से कहा कि जुलूसों के लिए पेड़ काटना, झुग्गियां हटाना या गरीबों का आश्रय उजाड़ना बिल्कुल बर्दाश्त नहीं होगा। हथियारों का प्रदर्शन या धार्मिक प्रतीकों का राजनीतिक इस्तेमाल भी मना है। यात्रा मार्ग पर प्रतिबंधित पशुओं का प्रवेश रोका जाए। सोशल मीडिया और ड्रोन से निगरानी की जाए ताकि अफवाहें और फर्जी खबरें न फैलें।
अराजक तत्वों पर रखें कड़ी नजर’
मुख्यमंत्री ने कांवड़ मार्ग पर खुले में मांस बिक्री पर रोक और ओवररेटिंग पर सख्ती के निर्देश दिए हैं। दुकानदारों को अपना नाम स्पष्ट रूप से प्रदर्शित करना होगा। मार्ग पर स्वच्छता, पेयजल, शौचालय, स्ट्रीट लाइट और प्राथमिक चिकित्सा की व्यवस्था सुनिश्चित हो। जर्जर बिजली के खंभे और लटकते तार ठीक किए जाएं। शिविर लगाने वाली संस्थाओं का सत्यापन कर उनकी मदद से सुविधा केंद्र चलाए जाएं।