उत्तराखंड में अवैध मदरसों पर कार्यवाही जारी
हरिद्वार और रुड़की में 12 सील, बिना पंजीकरण और मान्यता के चल रहे थे

हरिद्वार/रुड़की (उत्तराखंड) :हरिद्वार जिले में बगैर पंजीकरण चल रहे अवैध मदरसों पर प्रशासन ने शिकंजा कसा है। प्रशासन ने जिले में 12 मदरसे सील किए हैं। हरिद्वार तहसील प्रशासन ने बुधवार को उप जिलाधिकारी जितेन्द्र कुमार के नेतृत्व में तहसील प्रशासन, पुलिस विभाग आठ अवैध मदरसों को सील कर दिया।
वहीं, एसडीएम व तहसीलदार के नेतृत्व में प्रशासन की टीम ने चार मदरसों को सील कर दिया। इस दौरान कुछ लोगों ने विरोध भी किया, लेकिन पुलिस प्रशासन की सख्ती के आगे उनकी एक नहीं चली। जिलाधिकारी कर्मेंद्र सिंह ने बताया कि अब तक हरिद्वार जिले में 79 मदरसे सील किए जा चुके हैं। ये सभी सभी मदरसे बिना पंजीकरण, बिना मान्यता एवं भूमि उपयोग की बिना अनुमति के संचालित किए जा रहे थे। इसके अलावा कुछ मदरसों जरूरी व्यवस्थाओं की घोर कमी और बच्चों की सुरक्षा से जुड़े मानकों का घोर उल्लंघन भी पाया गया।
सील किए गए मदरसों में ग्राम अम्बुवाला पथरी स्थित मदरसा ईसा अतुल कुरान, ग्राम बादशापुर का मदरसा जामिया फरुकिया, ग्राम पदार्था धनपुरा का मदरसा इस्लामिया अरबिया इसातुल पुरान, ग्राम इब्राहिमपुर का मदरसा इस्लामिया तामिल कुरान, मदरसा दारुल उलूम महमूदिया, ग्राम गुर्जर बस्ती पथरी स्थित मदरसा सकलानिया एवं मदरसा फैज़ ए आम, धनपुरा क्षेत्र का मदरसा गोसिया रहमानिया तालीमुल कुरान शामिल हैं।
उपजिलाधिकारी जितेन्द्र कुमार ने बताया कि बच्चों की शिक्षा और सुरक्षा के साथ किसी प्रकार का समझौता स्वीकार्य नहीं है। अवैध रूप से संचालित किसी भी संस्थान को बख्शा नहीं जाएगा। अवैध रूप से संचालित ऐसे संस्थानों की जांच के लिए अभियान आगे भी जारी रहेगा। उन्होंने अभिभावकों से अपील की है कि वह अपने बच्चों को केवल मान्यता प्राप्त और नियमानुसार संचालित संस्थानों में ही अध्ययन के लिए भेजें।
बिना पंजीकरण के संचालित नहीं होगा मदरसा
रुड़की में शासन की ओर से निर्देश दिए गए हैं कि बिना पंजीकरण के कोई भी मदरसा संचालित नहीं होगा। यदि कोई संचालित हो रहा है तो उसको सील किया जाए। इस पर बुधवार को उप जिलाधिकारी लक्ष्मीराज चौहान, तहसीलदार विकास अवस्थी के नेतृत्व में कानूनगो सुशील कुमार, पंकज सैनी सबसे पहले पाडली गेंदा गांव में पहुंचे। यहां पर उन्होंने एक मदरसे को सील कर दिया।